डीएवी पीजी कॉलेज में सुभाष चंद्र बोस की 121वीं जयंती मनाई गई। प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण करके उन्हे याद किया। प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने कहा कि देश को आजाद कराने में जो कुर्बानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने दी। उसे युगों युगों तक भी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने बताया कि नेताजी का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में एक संपन्न परिवार में हुआ था। तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा बुलंद करते हुए उन्होंने युवाओं की फौज तैयार की थी, जिसे आजाद हिंद फौज का नाम दिया गया। आजादी की लड़ाई में देश को स्वतंत्रता दिलवाने में आजाद हिंद फौज का योगदान अग्रणीय था। नेताजी सुभाष चंद्र बोस आजादी के हीरो और देश के नायक थे। इसलिए आज युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि देश आज भी बेरोजगारी, गरीबी, जातिवाद, क्षेत्रवाद, अनपढ़ता सहित अन्य कई समस्याओं से घिरा है। युवाओं को समाज में जागरूकता लाकर इन सब समस्याओं से समाज को निजात दिलाते हुए नेता जी के सपने को साकार करना होगा। इसलिए युवाओं को नेताजी के बताए मार्ग का अनुसरण कर समाज में भाईचारे, शांति का संदेश देकर देश को उन्नति की ओर ले जाना चाहिए। कार्यक्रम में इतिहास विभाग और राजनीति शास्त्र विभाग के प्राध्यापकों सहित अन्य सभी प्राध्यापक व एनएसएस स्वंयसेवक मौजूद रहे।