उपायुक्त डा०आदित्य दहिया ने वीरवार को देर सायं बाल भवन मधुबन का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। संस्था समर्पण द्वारा उपायुक्त व अतिरिक्त उपायुक्त निशांत कुमार यादव,पीओआईसीडीएस रजनी पसरीजा का पवित्र ग्रंथ गीता देकर सम्मान किया गया। बाल भवन परिसर में उपस्थित बच्चों को स्वच्छता का संदेश देने के लिए एक टेली फिल्म भी दिखाई गई। उपायुक्त ने कहा कि परिस्थिति के कारण समाज में असमानता उत्पन्न हो जाती है,परन्तु यदि परिस्थितियों पर गौर की जाए तो परिस्थितियों को अनुकूल बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बेसहारा व गरीब बच्चा जो परिस्थितियों के कारण पिछड़ गया है,ऐसे बच्चों के लिए सरकार व समाज की प्रतिष्ठित संस्थाएं हरसंभव सहयोग करती है,जिसके कारण ऐसे बच्चे भी समाज की मुख्यधारा में आ जाते है।
यदि ऐसे बच्चों को सहयोग किया जाए तो यह कहीं न कहीं समाज में एक बड़ी चेतना होगी और समाज में बेहतर सुधार हो सकेगा। उन्होंने बच्चों से बातचीत की और उनकी दिक्कतों के बारे में जानकारी ली। बाल भवन परिसर का उपायुक्त व अन्य अतिथियों ने भ्रमण किया,स्टाफ से उपायुक्त ने जरूरतों के बारे में जानकारी ली। उपायुक्त ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा समाज के ऐसे गरीब ,बेसहारा बच्चों को समाज की मुख्यधारा में जोडऩे के लिए बाल भवनों के माध्यम से बच्चों को निशुल्क शिक्षा, रहने व खाने की सुविधाएं दी जा रही है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने इस मौके पर बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कभी भी अपने आपको छोटा नहीं समझना चाहिए। यदि बच्चे कठोर मेहनत करते है तो वो दिन दूर नहीं सफलता उनके नजदीक होगी।
सरकार द्वारा ऐसी-ऐसी योजनाएं गरीब व बेसहारा बच्चों के उत्थान के लिए चलाई है,जिनका लाभ उठाकर हर बच्चा उपर उठ सकता है। उन्होंने कहा कि समाज के लोगों को भी इन बच्चों को अपना समझकर प्रेरित करना चाहिए। इस मौके पर संस्था समर्पण के दिलबाग सिंह कादियान, बाल कल्याण समिति के प्रधान सुरेन्द्र मान ने भी आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर डीसीपी रीना कादियान, संस्था समर्पण से देवेन्द्र सिंह सचदेवा,अनिल कादियान,निटू कक्कड़,मैनेजर मनोज कुमार,ललिता राणा सहित अन्य स्टाफ उपस्थित था।