कांग्रेस के प्रदेश सचिव पंकज पुनिया ने कहा कि 100 घंटो में 5 रेप की घटनाओ ने प्रदेश सरकार की संवेदनशीलता की पोल खोलकर रख दी है। महिलाओं से संबंधित अपराध में हरियाणा नम्बर-1 बनकर उभर रहा है। हरियाणा में हर तीसरी महिला के साथ प्रतिदिन बलात्कार हो रहा है। यह कैसी मनोहारी सरकार है। जहां महिलाएं सुरक्षित नहीं है। नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। कांग्रेस के तत्वाधान में प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन मुख्यमंत्री के कैंप ऑफिस के बाहर किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में मोमबत्ती लिए हुए थे। वह मार्च करते हुए कैंप ऑफिस पहुंचे। हाथो में कार्ड लिए हुए थे। जिन पर लिखा था कि हरियाणा में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोमबत्ती लेकर धरना भी दिया। इस मौके पर पंकज पुनिया ने कहा कि पानीपत की धरती पर प्रधानमंत्री ने देशभर को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था और भरोसा दिलाया था कि देश और प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित है। लेकिन कुछ साल बाद ही उसी पानीपत की धरती पर महिला के साथ बलात्कार हो गया। सफीदों में कुरुक्षेत्र की बेटी के साथ दर्दनाक बलात्कारी घटना घटी। जिस तरह से बलात्कार और छेड़छाड़ की घटनाओं की बाढ़ आती जा रही है। उससे हरियाण में बेटियां सुरक्षित नहीं है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की खुद की बेटी नहीं है, इसलिए वह बेटियों का दर्द कैसे जान सकते है। मुख्यमंत्री अपराधियों पर नकेल कसने में विफल साबित हुए है। इस मौके पर प्रदर्शन का नेतृत्व पंकज पुनिया कर रहे थे। उनके साथ राजीव गांधी पंचायती राज प्रकोष्ठ के चेयरमैन डा. सुनील पंवार, वरिष्ठ नेता ज्ञान सहोता, रामशरण भोला, कृष्ण शर्मा बसताड़ा, खजान सिंह, जोगिन्द्र राणा, राजेश कक्कड़, संतोष कैरालिया, श्रवण कुमार, पवित्र विर्क, कर्म सिंह भुक्कल, नरेश संधु, भगवत सिंह भाम्बा, चांद राम चौहान, शेर सिंह, आशीष शर्मा, भूपेन्द्र सिंह लाड़ी, मेहर सिंह राणा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।