देश में बढ़ रही बलात्कार की घटनाओं को केवल क़ानून व सरकार की समस्या न मानकर सामाजिक समस्या भी मान कर मिलकर इसको रोकने की ज़रूरत बताते हुए सामाजिक संस्था नैशनल इंटेग्रेटेड फ़ोरम आफ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्टस (निफ़ा) के गल्र्ज़ विंग ने आज देश के प्रधानमंत्री व हरियाणा के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। निफ़ा कार्यालय से मार्च निकालते हुए गल्र्ज़ विंग की सदस्य लघु सचिवालय में पहुंची। ज्ञापन दून इंटर्नैशनल स्कूल की प्रिन्सिपल जितेंद्र कौर, गल्र्ज़ विंग से ममता शर्मा, मनीषा गुप्ता, महक ज्योत ने सौंपा। ज्ञापन में उन तमाम कारणों पर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया गया है, जिनकी वजह से समाज में बलात्कार बड़ रहे हैं।
सख्तत क़ानून व सज़ा को नाकाफ़ी बताते हुए निफ़ा का कहना है की इससे हम केवल टहनियों को काट रहे हैं, इस घृणित अपराध की जड़ पर कोई असर नहीं होता। निर्भया कांड के बाद बने सख़्त क़ानून से लगा था कि अब बलात्कार कम होंगे लेकिन इनमे निरंतर बड़ोतरी ही हुई है क्योंकि इस अपराध की जड़ संस्कार व सोच में है, जिसे बदलने का कोई बड़ा प्रयास नहीं किया जा रहा। ज्ञापन में निम्न मांग की गई है। मांगें रखी गई कि पोर्न साइटस व साहित्य पर पूर्ण रोक लगाई जाए। अश्लील विज्ञापनों व टीवी कार्यक्रमों पर बैन लगाया जाए। प्राथमिक कक्षा से अंतिम कक्षा तक नैतिक शिक्षा अनिवार्य विषय किया जाए। लड़कियों को आत्मरक्षा की तकनीक सिखाना जरूरी विषय हो, लड़कियों की गुमशुदगी पर तुरंत कार्रवाई की जाए, कानून की सही व समय पर पालना हो, गांव व शहर में नशे का कारोबार रोका जाए। इस अवसर पर दीक्षा, मोना, मनीषा गुप्ता, ममता शर्मा, हिमांशी, समाज सेवी रवि भाटिया, प्रितपाल सिंह पन्नु, परमिंद्र पाल, जितेंद्र नरवाल आदि मौजूद रहे।