संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत हरियाणा में भी बैन हो गई है. राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश के बाद अब हरियाणा सरकार ने भी फिल्म को बैन कर दिया है. मंगलवार को हरियाणा कैबिनेट की मीटिंग में ये फैसला हुआ. रणवीर, दीपिका, शाहिद कपूर स्टारर ये फिल्म राजपूत समुदाय के विरोध के बाद से विवादों में है. सेंसर बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद यह फिल्म 25 जनवरी को देशभर में रिलीज होने वाली है. लेकिन फिर भी भंसाली की फिल्म पर संकट नहीं टला है.
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने फिल्म के बैन पर कहा, कैबिनेट मीटिंग में तय हुआ कि कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इसे राज्य में बैन किया जाना चाहिए. कैबिनेट में इस फैसले पर सहमति बनी. इसी के साथ हमने हरियाणा में भंसाली की फिल्म को बैन का निर्णय लिया है.
गुजरात में विजय रूपाणी सरकार ने भी फिल्म रिलीज की अनुमति नहीं दी है. राजस्थान में वसुंधरा राजे सरकार ने बैन लगा दिया है. वहीं मुंबई और गोवा में पद्मावत को बैन करने की सिफारिश की गई है. गोवा पुलिस ने टूरिस्ट सीजन का हवाला दिया है. वहीं मुंबई पुलिस ने सिक्योरिटी की बात करते हुए फिल्म को बैन करने की बात की है.
फिल्म को लेकर करणी सेना का उग्र प्रदर्शन भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में मध्य प्रदेश के रतलाम जिले की एक घटना सामने आई, जिसमें फिल्म के गाने ‘घूमर’ चलाए जाने के विरोध में तोड़फोड़ की गई. रतलाम के जौरा में सेंट पॉल कॉन्वेंट स्कूल में ‘घूमर…’ गाने पर बच्चे डांस परफॉर्मेंस कर रहे थे, इसी दौरान करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने गाने का विरोध करते हुए उत्पात मचाना शुरू कर दिया. कार्यकर्ताओं ने कुर्सियां तोड़ दी और साउंड सिस्टम को तहस-नहस कर दिया.
बता दें, संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत तीन भाषाओं तमिल, तेलुगु और हिंदी में रिलीज होगी. सेंसर ने पांच मॉडिफिकेशन के साथ फिल्म को “U/A” सर्टिफिकेट दिया है. इस सर्टिफिकेट वाली फ़िल्में नाबालिग बच्चों को अकेले देखने की अनुमति नहीं है. यह देश की पहली ऐसी हिंदी फिल्म होगी जो IMAX 3D हिंदी में रिलीज होगी
बता दें कि पिछले साल 1 दिसंबर को सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया में कमी के चलते सेंसर में फिल्म पास नहीं हो पाई थी. इस वजह से निर्माताओं की ओर से तय रिलीज पर पद्मावत सिनेमाघरों तक नहीं पहुंच पाई. दोबारा प्रक्रिया शुरू होने के बाद खबरें हैं कि सेंसर ने कुछ बदलाव के साथ फिल्म को मंजूर कर लिया है. पहले भी सूत्रों ने फिल्म के 25 या 26 जनवरी को रिलीज होने की संभावना जताई थी.
हमारे फतवे से बीजेपी को डर, हर हाल में रोकेंगे प्रदर्शन
उधर, शनिवार को करणी सेना के लोकेंद्र सिंह कलवी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री विशेष परिस्थिति के आधार पर पद्मावत का प्रदर्शन रोक सकते हैं. हम किसी भी हालत में पद्मावत के रिलीज की अनुमति नहीं दे सकते हैं. क्षत्रीय मुद्दों पर आधारित बाहुबली जैसी फिल्मों को लेकर हमारी कोई आपत्ति नहीं है. हम पद्मावती पर बनने वाली किसी भी फिल्म का स्वागत करते हैं. लेकिन ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की शर्त पर नहीं.’
सिनेमाघरों को जलाने की धमकी
करणी सेना ने पूरे देश में फिल्म की रिलीज पर आपत्ति जताई है. धमकी भी दी है कि अगर फिल्म रिलीज हुई तो सिनेमाघरों को जला दिया जाएगा. करणी सेना के एक नेता ने यहां तक कहा कि अगर नाम बदलने से कोई चीज बदल जाती है तो हम पेट्रोल को गंगाजल समझकर सिनेमाघरों में छिड़कर आग लगा देंगे.
इन तीन राज्यों ने भी किया बैन
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान और गुजरात में विजय रूपाणी ने पहले की गई घोषणा के मुताबिक़ पद्मावत पर बैन जारी रखने का फैसला किया है. शनिवार को रूपाणी ने कहा, गुजरात में चुनाव से पहले ही ‘पद्मावत’ पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिसे अभी भी बरकरार रखा गया है. गुजरात में फिल्म रिलीज नहीं होगी. इससे पहले वसुंधरा राजे सरकार ने भी राजस्थान में फिल्म के प्रदर्शन को रोक दिया है. बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ पर मचे घमासान के बाद यूपी, उत्तराखंड और पंजाब जैसे राज्यों ने भी विवादित कंटेंट के साथ फिल्म की रिलीज रोकने की बात की थी.
सेंसर ने बनाई थी स्पेशल कमेटी
कुछ ही दिन पहले सेंसर ने फिल्म की सर्टिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने की जानकारी दी थी. सेंसर ने इसके लिए कमेटी गठित की थी. कमेटी की सिफारिशों के बाद निर्माताओं के साथ एक मीटिंग में फिल्म में 5 जरूरी बदलाव सुझाए गए थे. ये बदलाव उन बिंदुओं पर हैं जिन्हें लेकर पिछले कई महीनों से दीपिका की फिल्म पद्मावत का विरोध किया जा रहा है. सेंसर ने फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दिया है.