November 23, 2024

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि जब तक भाजपा सरकार किसान मजदूर की आय को दौगुना नही करती तब तक सरकार द्वारा लागू की जा रही मंहगी योजना नामक म्हारा गांव जगमग गांव योजना सहित ऐसी किसी और योजना को किसी भी कीमत पर स्वीकार नही किया जा सकता। क्योंकि ग्रामीण अंचल में बसने वाले किसान मजदूर की आर्थिक स्थिति ठीक नही है। आए दिन किसान मजदूर आत्म हत्याएं करने के मजबूर हो रहे है। ऐसी स्थिति में इस प्रकार की किसान मजदूर विरोधी योजनाओं को लागू करना सही नही है। अगर योजना को कहीं भी जब्री लागू करने के प्रयास किए गए तो परिणाम गंभीर हो सकते है जिसकी सिधे तौर पर सरकार व प्रशासन जिम्मेंदार होगा। मान ने साफ किया कि इस योजना के विरोध की आग गांव गांव में सुलगने लगी है। इस योजना के विरोध में गांव बड़थल के गुरू ब्रह्मानंद आश्रम में किसान मजदूर महापंचायत आयोजित की गई।

किसान मजदूर महापंचायत की अध्यक्षता व्योंवृद्व किसान नेता हरी राम बड़थल ने की। गांव में पहुंचने पर प्रदेशाध्यक्ष रतनमान का जोरदार स्वागत किया गया। मान ने कहा कि कुछ बिजली निगम अधिकारी इस योजना की आड़ में शांति पूर्ण माहौल को खराब करने का कुप्रयास कर रहे है। ऐसे अधिकारियों को इसका खामियाजा भूगतना पड़ सकता है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर प्रदेश सरकार किसानों की मांगो को नही मानती तो कड़े आंदोलन का सामना करने के लिए सरकार को तैयार हो जाना चाहिए। लगातार तीन वर्षों से प्रदेश में सत्तासीन भाजपा की सरकार आंख मूंद कर किसान मजदूर की बर्बादी का तमाशा देख रही है।

पंचायत को प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमचंद शाहपुर, पूर्व जिलाध्यक्ष करनाल बाबूराम बड़थल, जिला महासचिव सतपाल बड़थल, जिला उपाध्यक्ष बाबूराम डाबरथला सहित कई किसान नेताओं ने पंचायत को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तीन साल से चुप बैठी सरकार को अब किसानों के लिए अपनी चुप्पी तौडनी होगी। प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने जगमग योजना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह योजना जगमग नही बल्कि ठगमग योजना है। इस योजना के माध्यम से गरीब ग्रामीणों को सरकार की लूटने की मंशा है। प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि इस आंदोलन को गांव गांव ले जाया जाएगा। गांव बड़थल के ग्रामीणों ने अपनी एकता का प्रदर्शन करते हुए भाकियू के झंडे के नीचे एकत्रित होकर आंदोलन में बढ़चढ़ कर भाग लेने का प्रदेशाध्यक्ष रतनमान को विश्वास दिलाते हुए सरकार विरोधी नारेबाजी करके अपनी आवाज को बुलंद्व किया। इस अवसर पर स्वामी संपूर्णानंद जी, पूर्व सरपंच रामकिशन बरानी, किसान नेता रोशनलाल बड़थल, बलबीर सिंह शामगढ़, हरीकिशन, पूर्व सरपंच मंगतराम, जसमेर सिंह बड़थल, राजेंद्र सिंह राणा औंगद, प्रवीन कुमार, शिन्टू, राजेश, बृजपाल, रामकुमार, माईलाल, निक्कू, शिव कुमार, रमेश, जसवंत सिंह, बलवान सिंह, जिले सिंह, प्रेम सिंह, बलबीर सिंह सहित सैंकडों ग्रामीण मौजूद थे।

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