करनाल/कीर्ति कथूरिया : कुंजपुरा गांव स्थित विकास क्लब भवन में बुधवार देर शाम हुई मां यमुना सेवा समिति की बैठक में 14 अप्रैल 2024 को मां यमुना जी की जयंती श्रद्धा एवं उत्साह से मनाने का निर्णय लिया गया है।
इस दिन कुंडा घाट पर यमुना जी के किनारे हवन-यज्ञ, महाआरती व प्रसाद वितरण किया जाएगा। नागरिकों को जागरूक किया जाएगा कि वे ऐसी कोई सामग्री यमुना में ना बहाएं जिससे जल प्रदूषित हो।
समिति के संरक्षक संत प्रेमपाल सागर ने सेवादारों व अनुयायियों को अपनी-अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गंगा दशहरे के पावन अवसर पर गंगा मैया की तर्ज पर हरियाणा के करनाल जिले से पहली बार मां यमुना जी की संध्या महाआरती की शुरूआत की गई।
इसी कड़ी में अब मां यमुना जी की जयंती अलग से मनाने का निर्णय लिया गया है। मानव संस्कृति के लिए मां यमुना का भी गंगा मैया के समान ही योगदान रहा है। इसका उद्देश्य मां यमुना के आध्यात्मिक महत्व और आस्था को बरकरार रखते हुए जल प्रदूषण को रोकना है।
श्रद्धालुओं में खुशी है कि यमुना जी की पिछले वर्ष संध्या महाआरती के कुछ समय पश्चात प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने इंद्री क्षेत्र के एक उद्योग से यमुना में प्रदूषित जल छोडऩे के मामले में कड़ा संज्ञान लिया था।
इस मौके पर समाजसेवी सुनील धारीवाल, रविंद्र गुगलानी, विकास क्लब के प्रधान परविंद्र भाटिया, कनिष्ठ अभियंता रजनीश सुभरी, जिम्नास्टिक कोच विजय कश्यप, चौधरी शीशपाल कल्याण, समिति के अध्यक्ष कर्मबीर, सचिन प्रोचा, भारतीय सद्भावना संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल रोजड़ा, नरेश पाल, अंशुल राणा, पंकज गहलोत, तरुण व दीपू मौजूद रहे।