स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 को लेकर नगर निगम द्वारा जारी गतिविधियों का मुल्यांकन करने के लिए जनवरी माह के मध्यांतर में भारत सरकार के शहरी एवं आवासन मंत्रालय की टीम द्वारा करनाल का दौरा किया जाना सम्भावित है। इसे देखते हुए नगर निगम अपनी तैयारियों का अंतिम खाखा तैयार करने में जुटा है। इसी के दृष्टिगत निगमायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने गुरूवार को स्थानीय विकास सदन में निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा ई-लर्निंग कोर्स किए जाने की समीक्षा की।
ई-लर्निंग कोर्स स्वच्छ भारत मिशन के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है, जो इससे जुड़े स्टेक होल्डर्स की क्षमताओं को सुदृढ़ करके स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में नई अवधारणाओं से परिचित कराता है और यह देश के सभी 4041 निकायों से जुड़े कर्मचारियों के लिए है। भारत सरकार के निर्णय अनुसार इसे क्षमता निर्माण के रूप में स्वच्छ सर्वेक्षण में शामिल किया गया है। सर्वेक्षण में ऐसे कोर्स के माक्र्स भी मिलते हैं।
समीक्षा बैठक में कोर्स से जुड़े उन सभी घटकों को स्लाईड के माध्यम से दर्शाया गया और उपस्थित कर्मचारी व अधिकारियों से एक-एक के प्रशिक्षित होने की जानकारी ली गई। ई-लर्निंग कोर्स के लिए भारत सरकार ने देश के अहमदाबाद, सूरत, कोच्ची व चेन्नई जैसे बड़े-बड़े शहरों में सक्सेसफुल सैनीटेशन गतिविधियों की एक विडियो बनाई है। र्कोस पूरा करने के लिए विडियो में दर्शाई गई गतिविधियों से सीख लेकर अपने शहर में स्वच्छता मापदण्डों को लागू करना होता है। गतिविधियों की जानकारी देते हुए आयुक्त ने बताया कि अर्बन एरिया को ओ.डी. से कैसे मुक्त किया जाता है। सफाई के लिए क्या-क्या उपाय किए जाने चाहिएं। बेकार अपशिष्ट से कम्पोस्ट कैसे बनाई जाती है तथा स्वच्छता एप के माध्यम से सैनीटेशन से जुड़ी समस्याओं का निवारण कैसे किया जाता है, इत्यादि। बैठक में अधिकारियों व कर्मचारियों ने बताया कि उन्होने ऑनलाईन कोर्स पूरा कर लिया है।
इसके पश्चात विकास सदन में ही शहर के करीब 45 निजी व सरकारी विद्यालयों के प्राचार्यों के साथ भी एक बैठक की गई। बैठक में आयुक्त की ओर से प्राचार्यों को निर्देश दिए गए कि वे उनके द्वारा गठित की गई स्वच्छता कमेटियों की रिपोर्ट जल्द उपलब्ध करवाएं। गौर हो कि विद्यालयों द्वारा विद्यार्थियों की स्वच्छता रैलियां निकाली गई थी। स्लोगन और पेंटिंग की प्रतियोगिताएं भी करवाई गई थी। विशेष स्वच्छता अभियान चलाकर सभी विद्यार्थियों से स्वच्छता शपथ करवाई गई थी। बैठक में आयुक्त ने कहा कि प्रत्येक विद्यालय के विद्यार्थी व अध्यापक को स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 की जानकारी होनी चाहिए। उन्होने प्राचार्यों से यह भी कहा कि वे अपने-अपने विद्यालय में स्वच्छता कमेटियों की गतिविधियों को भविष्य में भी जारी रखें।
विकास सदन में ही आयुक्त ने सक्षम युवा और सैनीटेशन मोटीवेटर्स के साथ भी एक महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होने उपस्थित युवाओं को निर्देश दिए कि नगर निगम द्वारा शहर के सभी वार्डों में जाकर हाऊसहोल्ड को गीला व सूखा कचरा अलग-अलग रखने के लिए हरे व नीले डस्टबीन वितरित किए गए हैं। सक्षम युवा व मोटीवेटर घर-घर जाकर स्वच्छ सर्वेक्षण की जानकारी दें और जिस हाऊसहोल्ड को दोनो तरह के डस्टबीन नहीं मिले हैं, उसका नाम व पता नोट कर उसकी लिस्ट बनाएं, ताकि ऐसे लोगों को भी डस्टबीन दिए जा सकें। उन्होने बताया कि नगर निगम के पास डस्टबीनों की कोई कमी नहीं है, जरूरी है कि यह सभी के पास पहुंचने चाहिएं। उन्होने सक्षम व मोटीवेटर्स द्वारा किए जा रहे कार्यों के लिए उनकी प्रशंसा भी की।