मधुबन/कीर्ति कथूरिया : हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, मुख्यालय मधुबन के तत्वावधान में हरियाणा राज्य नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, प्रमुख ओ. पी. सिंह, IPS अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के कुशल मार्ग निर्देशन, दिशा निर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन, IPS एवं अनिल कुमार के कुशल नेतृत्व में आज जागरूकता अभियान कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उप पुलिस अधीक्षक राज कुमार रंगा, HPS, उप पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) एवं सतीश वत्स, HPS, उप पुलिस अधीक्षक, हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो करनाल द्वारा की गई।
इस मीटिंग में हरियाणा राज्य नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की 11 समस्त ईकाई के कर्मचारी शामिल हुए। इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य संपूर्ण हरियाणा में नशें के खिलाफ अलख जगाने के लिए घर-घर जाकर, गांव, शहर, देहात, गली मौहल्लों में जन जागरुकता अभियान को लेकर रही।
समाज में बढ़ते नशें को लेकर चिंता जाहिर की गई। इस मीटिंग में युवा वर्ग में बढ़ते नशें के चलन और नशें से बाहर लाने के लिए व उसका आर्थिक, सामाजिक व धार्मिक स्तर पर निर्माण करते हेतु, युवा वर्ग को मुख्य धारा में स्तर निर्माण हेतू हरियाणा की सभी सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं से आह्वान किया जाएगा।
इस कड़ी में हर शहर, ग्राम स्तर, वार्ड स्तर व स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, इस अभियान के दौरान हरियाणा राज्य नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो व जिला पुलिस के इकट्ठा संयोजन में शोभा यात्रा, नमक लोट्टा अभियान व रामगुरूकुल गमन नाटिका के माध्यम से अभियान चलाया जाएगा।
इस अभियान में हरियाणा राज्य कार्ययोजना के तहत ग्राम व वार्ड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक मिशन टीमें गठित की गई है। इनमें सरपंच, ग्राम सचिव, पटवारी, सेवा निवृत्त सैन्य कर्मी, स्कूल प्रिंसिपल, बीट प्रभारी, नंबरदार, आंगनबाड़ी आदि शामिल किए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त विभिन्न विभागों जैसे लोक संपर्क, खंड विकास, चिकित्सा, शिक्षा विभाग की भी मदद ली जाएगी। इस तरह आम जनता की भागीदारी से इसे एक जन आंदोलन के रूप में लागू किया जाएगा।
इस मीटिंग के दौरान सभी कर्मचारियों द्वारा अपने अपने विचार प्रकट किए व कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए नशा विरूद्ध बैनर, स्लोगन, शोभा यात्रा, लघु नाटिका व लोट्टा नमक अभियान का प्रारूप तैयार किया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जो लोग इन नशों के शिकार हो चुके हैं उनको मुख्य धारा से जोडना व जो लोग नशा बेच रहे हैं उनको कानूनी रूप से सलाखों के पीछे पहुंचाकर माननीय न्यायालय के माध्यम से सजा दिलवाना है।