बेसहारा- भूखों के लिए खाकी का रोटी दान ! सेवा, सुरक्षा और सहयोग के ध्येय वाक्य पर चलने वाली हरियाणा पुलिस गरीबों को दे रही रोटी, रोजाना 300 के करीब जरूरतमंदों के लिए खाना हो रहा तैयार, अपने वेतन में से पैसे देकर गरीबो को खिला रही हरियाणा पुलिस रोटी,रोटी बैंक के माध्यम से गरीब को दो वक्त की रोटी देने के लिए अकाउंट भी खोला गया !
कहते हैं बेसहारा को छत और भूखे को रोटी देना सबसे बड़ा पुण्य है। आपने हरियाणा पुलिस के कई चेहरे देखे होंगे ! हरियाणा पुलिस का एक चेहरा ऐसा भी है जो अपने आप में किसी काबलिए तारीफ से कम नही ! आज हम आपको हरियाणा पुलिस के उस चेहरे को दिखा रहे है जिसे देख आप भी दंग रह जाएंगे क्या सच में ये हरियाणा पुलिस है ! हरियाणा पुलिस अपनी सख्ती और रोब के कारण हमेशा से ही चर्चाओ में रही है लेकिन हरियाणा पुलिस का एक चेहरा ऐसा भी है जो उन लोगो की भूख के बारे में सोच रहा है जिन्हें खुद भी मालुम नही होता क्या आज उन्हें खाने के लिए रोटी मिलेगी भी या नही ! करनाल मधुबन पुलिस एकेडमी के राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो के पुलिस कर्मचारी अपने हाथो से रोटी सब्जी बनाकर उन लोगो को रोटी सब्जी बांटते है जिन्हें खुद भी पता नही होता है क्या आज उनके नसीब में खाने के लिए रोटी है भी या नही ! सेवा सुरक्षा और सहयोग के ध्येय वाक्य पर चलने वाली हरियाणा पुलिस गरीबों को खाने के लिए रोटी दे रही है। मधुबन पुलिस अकादमी की राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो की रसोई में रोजाना 300 के करीब गरीबों के लिए खाना तैयार कर बांटा जा रहा है ! जब पुलिस के मुलाजिम रोटी बाटने जाते है तब मासूम से चहरे वाले पेट से भूखे लोग यह देख के खुश हो जाते है उनकी भूख के बारे में भी कोई सोचता है और यह सोच कर उन्हें खाने के लिए रोटी भी दे रहा है !
राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो [हरियाणा] मधुबन- [करनाल] के आइजी श्रीकांत जाधव द्वारा इस योजना को शुरू किया गया है जिसका नाम रखा गया है रोटी बैंक ! महीने का 25 से 30 हजार के करीब इस रोटी बैंक का खर्चा है और मधुबन पुलिस अकादमी की राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो के पुलिस कर्मचारी इस योजना को चला रहे है अपने वेतन में से कुछ पैसे देकर ! मधुबन से शुरू हुई यह मुहीम करनाल जिले से प्रदेश के सभी जिलों में ले जाने की कोशिश की जा रही है जिसके तहत आइजी जाधव ने राज्य के सभी आइएएस, आइपीएस, डीएसपी और इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को पत्र लिखकर गुजारिश की है कि वे हर माह अपने वेतन से कुछ राशि रोटी बैंक खाते में जमा कराएं ताकि एक भूखे को पेट भर खाना खिलाया जा सके !
रोजाना एससीआरबी, एचपीए, एफएसएल और क्राइम ब्रांच में तैनात कर्मियों के परिवारों से रोटियां इकट्ठी की जा रही हैं। मधुबन पुलिस एकेडमी में कई जगहों पर टोकरियां रखी गई हैं जिसमे पुलिसकर्मियों के परिवार उसमे अपनी श्रदा से रोटियां रख रहे हैं और बाकी की रोटी- सब्जी खुद पुलिस मुलाजामी मैस में तैयार कर उन गरीब लोगो को बाटने जाते है जिन्हें खुद भी पता नही होता क्या आज उनके नसीब में रोटी खाना लिखा भी है या नही ! अब तक रोटी बैंक की मुहीम से 500 के करीब लोग जुड़ चुके है जिसमे पुलिस के मुलाजिम उनके परिवार तथा अन्य लोग शामिल है ! मुहिम में जुड़े दानियों का एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है। रोटी बैंक के माध्यम से गरीबो को दो वक्त की रोटी देने के लिए एक अकाउंट भी खोला गया है ! जिसमे हर कोई अपनी श्रदा से पैसे भी दे रहा है !