करनाल/भव्या नारंग: डीसी अनीश यादव ने समस्त करनालवासियों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में 1 सितंबर को आयोजित होने वाली साइक्लोथॉन में हिस्सा लेने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि करनाल में इस साइक्लोथॉन को स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल हरी झंडी दिखाएंगे। इस संबंध में उन्होंने मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में अधिकारियों, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों व नशा मुक्त केंद्र चलाने वाले डॉक्टरों की बैठक की।
बैठक के दौरान डीसी अनीश यादव ने कहा कि नशे जैसी सामाजिक बुराई को रोकने तथा लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से नशा मुक्त भारत अभियान के तहत हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश में साईकिल रैली निकालने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल 1 सितम्बर को करनाल से झंडी दिखाकर साइक्लोथॉन की शुरूआत करेंगे, जोकि प्रदेश के विभिन्न जिलों से होती हुई 25 सितम्बर को यमुनानगर पहुंचेगी और वहां पर इसका समापन होगा।
समाज का हर वर्ग हो रैली में शामिल
डीसी अनीश यादव ने सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों व विभागों के अधिकारियों से कहा कि इस साइक्लोथॉन में समाज का हर वर्ग शामिल हो। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को कार्यक्रम की जानकार दी जाए और शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि साइक्लोथॉन रैली में शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों के साथ-साथ खिलाड़ियों , सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, नशा मुक्ति केन्द्र तथा नेहरू युवा केन्द्र से जुड़े युवाओं को भी शामिल किया जाएगा।
नशे जैसी बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए निरंतर प्रयासरत हरियाणा सरकार
डीसी अनीश यादव ने कहा कि नशे जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से मिटाने के लिए हरियाणा सरकार निरंतर प्रयासरत है और नशा मुक्त भारत अभियान के तहत अनेक प्रकार की गतिविधियां आयोजित करवाई जा रही हैं। इसी कड़ी में साईकिल रैली निकाली जाएगी।
इस बैठक में एडीसी डॉ. वैशाली शर्मा, एसडीएम करनाल अनुभव मेहता, सीटीएम अमन कुमार, सिविल सर्जन डॉ. विनोद कमल, जिला शिक्षा अधिकारी राजपाल चौधरी, जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढिलौड़, रेडक्रास सचिव कुलबीर मलिक, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी नील कमल, जिला युवा अधिकारी रेनू सिलग, टैगोर बाल निकेतन स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. राजन लाम्बा, सहित अन्य विभागों के अधिकारी, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा जिला के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।