करनाल/कीर्ति कथूरिया : शाहबाद में किसानों पर लाठीचार्ज करने और किसान नेताओं को हिरासत में लेने का विरोध करते हुए भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम ने फिर से बड़ा आंदोलन करने के लिए मंथन शुरू कर दिया है।
यूनियन के प्रवक्ता बहादुर मेहला बलड़ी ने कहा कि सरकार किसानों की आवाज को दबाने के लिए लठतंत्र का प्रयोग कर रही है। सरकार भूल गई है कि किसान आंदोलन के दबाव में ही कृषि कानून वापस लेने पड़े थे। उन्होंने कहा कि शाहबाद में अन्नदाताओं पर पुलिस ने बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज किया।
मोदी-मनोहर सरकार तानाशाह बनकर काम कर रही है। किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में असंध-करनाल रोड पर जाम लगाने के दौरान एक किसान विक्रम सिंधड़ सदमे में मौत हो गई। अपना विरोध दर्ज करवाने के लिए बड़ी संख्या में किसान यूनियन प्रधान छत्रपाल सिंधड़ के नेतृत्व में इक्टठा हुए थे। यूनियन ने किसान की मौत पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि किसान के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा।