सुबह सात बजे से साढे नौ बजे तक चली राहगिरी में डांस, गायन, ऐरोबिक्स, कब्बड्डी, निशानेबाजी, तीरअंदाजी, मुक्केबाजी, फुटबाल, बालीवाल, चित्रकारी, क्रिकेट, सांप सीढ़ी, शतरंज व नौंटकी के माध्यम से करनाल की जनता ने भरपूर आनंद उठाया। इस राहगिरी के मुख्य आकर्षक पंजाब से आए मास्टर सलीम के भाई गायक सूफी शाहिद दलेर ने अपनी गायकी से समां बांध दिया। शाहिद ने ‘चरखे दी मीठी-मीठी कूक, माहिया मैनु याद आवंदा तथा नैणा ने नैणा दे गुनाह ने व दमा दम मस्त कलंदर गीत गा कर समां बांध दिया। टीम राहगिरी ने शाहिद को सिरोपा व स्मृति चिहन् दे कर सम्मानित किया। साहिल हिन्दुस्तानी ने उन्हें 500 रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया गया, उनके साथ पटियाला से मॉडल व मिस्टर पंजाब रहे पंजाब सिंह ने भी राहगिरी में शिरकत की। पंजाब सिंह को भी मैडल दे कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राहगिरी सदस्य दिलबाग नरवाल को भी सम्मानित किया गया।
सुरेश पूनियां ने राहगिरी के सभी प्रबन्ध किए तथा राहगिरी की देख रेख की। मंच का संचालन खालसा कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. बीर सिंह ने सफलतापूर्वक किया एवं सभी को गुदगुदाया। नीलोखेड़ी से आए प्रसिद्ध कलाकार ने लेड़ी पुलिस इंस्पेक्टर का अभिनय कर वाहवाही लूटी। उनकी अदा पर हर कोई हंसने पर मजबूर हो गया। इनके साथ ही रवि, अर्जुन, रिया, कोमल, गीतिका, अनुज ने भी बेहतरीन नृत्य किया। संजीव नरवाल के नेतृत्व में शूटिंग, मनोज फोर के निर्देशन में तीरअंदाजी, राजीव ओहरी के निर्देशन में पेंटिंग, मानवपुरी के निर्देशन में ऐरोबिक्स, सुशील के नेतृत्व में कब्बड्डी, बिट्ट निर्वाण के नेतृत्व में क्रिकेट, जे.सी. बब्बर के नेतृत्व में मुक्केबाजी इत्यादि खेलों का प्रदर्शन हुआ।
इस अवसर पर संजय बत्तरा, डॉ. राजन लांबा, शईना बिदानी, डॉ. पवन, शिवचन्द्र, अरूण, मनोज व प्रियंका काठपाल, टै्रफिक ताउ व सरदार इत्यादि मौजूद रहे।