उपायुक्त डा०आदित्य दहिया ने कहा कि बारिश के मौसम में भारी पानी के बहाव के कारण यमुना नदी में कटाव ना हो,कटाव के कारण किसानों की फसल का नुकशान न हो,इसके लिए करीब 7 करोड़ 80 लाख रूपये की लागत से यमुना नदी के किनारे जम्मू खाला,कुंडा कलां व शेरगढ़ टापू के तटों पर 15 स्टड बनाये जाएंगे, 3 स्टडों की मरम्मत की जाएगी तथा 674 फु ट क्षेत्र की रिवेटमेंट की जाएगी।
उपायुक्त वीरवार को यमुना नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रहे थे। उन्होंने अपने दौरे के दौरान जम्मू खाला,कुंडा कलां,शेरगढ़ टापू तथा नबीपुर गांव के किसानों से व्यक्तिगत रूप से बात की तथा यमुुना के बहाव के बारे में किसानों से जानकारी ली। किसानों ने उपायुक्त को बताया कि इस बार यमुना नदी में पानी के तेज बहाव की स्थिति बदली है,इस बार पानी के तेज बहाव से तटों पर कटाव होने का अधिक खतरा है। उपायुक्त ने सभी किसानों को आश्वासन दिलाया कि यमुना नदी के तेज बहाव को रोकने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा व्यापक प्रबंध किये जा रहे है,प्रशासन का उद्देश्य है कि पानी के बहाव से जानमाल की हानि न हो और न ही किसानों की फसल खराब हो, इसकी स्थिति को जानने के लिए बारिश से पहले ही प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। इस अवसर पर कार्यकारी अभियंता मनीष शर्मा ने बताया कि बारिश के मौसम से पहले ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में व्यापक प्रबंध किये जाएंगे,इसके लिए सरकार को करीब 7 करोड़ 80 लाख रूपये का एस्टीमेट भेजा गया है। बारिश से पहले ही सभी व्यापक प्रबंध पूरे कर लिये जाएंगे।
इस मौके पर एसडीएम करनाल नरेन्द्र पाल मलिक,कार्यकारी अभियंता संजीव कुमार,एसडीओ रविन्द्र कुमार,किसान नाथी राम,समे सिंह नम्बरदार,रमेश मेहता,सिंचाई विभाग के कानूनगों,पटवारी व सभी इंद्री मंडल के जेई उपस्थित थे।
बॉक्स:-जम्मू खाला में 7,कुंडा कलां में 3 तथा शेरगढ़ टापू में बनेंगे 7 स्टड।
कार्यकारी अभियंता मनीष शर्मा ने बताया कि यमुना नदी के तेज बहाव पर नियंत्रण लगाने के लिए यमुना नदी के तटों पर स्थित गांव जम्मू खाला में करीब 4 करोड़ 2 लाख रूपये की लागत से 7 स्टड व 674 फुट क्षेत्र की रिवेटमेंट,कुंडा कलां में 88 लाख रूपये की लागत से एक नया स्टड व 3 स्टडों की मरम्मत व शेरगढ़ टापू मेें करीब 2 करोड़ 90 लाख रूपये की लागत से 7 नये स्टड बनाये जाएंगे।
सर,हमारी बांध भी शिफ्ट करवादो: नबीपुर वासी।
उपायुक्त डा०आदित्य दहिया ने यमुना नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करते हुए वीरवार को यमुना नदी के तट पर नबीपुर गांव के दर्जनों किसानों से उपायुक्त से मांग की कि 1978 में यमुना नदी में बाढ़ आने से काफी क्षेत्र कटाव हो गया था,जिसमें करीब 90 एकड़ जमीन यमुना नदी में आ गई थी,जिसमें से कुछ सरकारी व कुछ किसानों की जमीन थी। अब यमुना नदी ने अपनी दिशा बदल ली है,किसानों को जमीन भी मिल चुकी है,परन्तु अब भी वह बांध वहीं है,जिसके कारण किसानों की जमीन को यमुना की जमीन माना जाता है। इस बारे में 2013 में भी उपायुक्त से लिखित में मांग की गई थी। उपायुक्त ने किसानों को आश्वासन दिलाया कि शीघ्र ही इस पर कार्यवाही की जाएगी।
अब ना बारिश,ना यमुना में इतना पानी,फिर भी मैं स्थिति का जायजा लेने के लिए यमुना नदी पर आया हूं : डीसी
उपायुक्त डा०आदित्य दहिया के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र दौरे के दौरान वीरवार को यमुना नदी के तट पर शेरगढ़ टापू के लोग उनसे मिले,उन्होंने कहा कि डीसी साहब,यमुना नदी के पानी के बहाव पर यदि नियंत्रण नहीं हुआ तो हमारे पास जो एक-दो एकड़ जमीन गुजारे के लिए है,तो वह भी यमुना में चली जाएगी। उपायुक्त किसानों को कहा कि आपके सहयोग के लिए ही तो मैं यहां आया हूं,अब तो ना बारिश है और ना यमुना में इतना पानी फिर भी मैं कोशिश कर रहा हूं कि पानी के बहाव से पहले ही नियंत्रण के प्रबंध किये जाए।