उपायुक्त डा0 आदित्य दहिया ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत खराब होने के कारण प्रतिदिन दुर्घटनाएं घट रही है, संबंधित अधिकारी गहरी नींद सोये हुए है,बहुत हो गया,यदि अब हाई-वे पर कोई दुर्घटना घटती तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
उपायुक्त डा0 दहिया वीरवार को स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में सडक़ सुरक्षा समिति की मासिक बैठक में सडक़ सुरक्षा नियमों की पालना से सम्बन्धित कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बैठक में उपस्थित राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रतिनिधि को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि यह कैसा जवाब है कि किसी कार्य को करवाने के लिए आप कह रहे हो कि मैं संबंधित ठेकेदार को फोन कर दूंगा,इस प्रकार की लीपापोती नहीं चलेगी, यह आपकी ही जिम्मेवारी बनती है कि सडक़ को दुरूस्त किया जाए। यदि आपका ठेकेदार कार्य नहीं करता तो आमजनता को इससे क्या लेना,ठेकेदार पर कार्यवाही करना आप लोगों की जिम्मेवारी है।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि रेलवे रोड़ पर मधुबन स्टेशनरी मार्ट से तांगा स्टैंड तक जो चार अज्ञात पोल खड़े है,जिनका आज तक कोई विभाग मालिक नहीं बना है और ये पोल यातायात में बाधा बन रहे है,अब नगर निगम एक सप्ताह का नोटिस देते हुए ,इन खम्बों को उखाडऩे का कार्य करेगा और यदि भविष्य में इन खम्बों का मालिक कोई विभाग बनता है तो इन खम्बों को निकालने की कीमत संबंधित विभाग से वसूली की जाएगी। उन्होंने सडक़ सुरक्षा से संबंधी कार्य से जुड़े अधिकारियों को स्पष्ट हिदायत दी कि अगली बैठक में कोई एक्सक्यूज लेकर ना आये बल्कि कार्य पूरा करवाकर आये। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे भी सडक़ सुरक्षा को लेकर समिति की मेल आई डी पर अपना सुझाव समिति के पास भेज सकते है,उन पर गहनता से विचार किया जाएगा।
उपायुक्त ने सडक़ सुरक्षा समिति की मासिक बैठक में पिछली दो बैठकों के 26 एजेडों पर विस्तार से चर्चा की और एक-एक करके हर एजेंडे से जुड़े विभाग के अधिकारियों से फीडबैक ली। इस मौके पर 26 मेें से 12 एजेंडो पर कार्य पूरा हो चुका था तथा 11 नये कार्यो को लेकर दिशा-निर्देश दिये गए और अगली बैठक के लिए सडक़ सुरक्षा से संबंधित 23 कार्यो के लिए चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सडक़ सुरक्षा नियमों की दृढ़ता से पालना हो,निर्धारित व आवश्यक स्थानों पर रिफ्लेक्टर,साईन बोर्ड,स्पीड बे्रकर लगवाएं जाए तथा पेड़ों की छटाई करें ताकि दुर्घटनाओं पर रोक लग सके। उन्होंने समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि वे मुख्य मार्गो पर हिन्दी भाषा में सडक़ सुरक्षा नियम के चेतावनी बोर्ड लगवाएं। इस मौके पर आरटीए एवं एडीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि ऑवर लोडिड बसों,मैक्सी कैब,टाटा मैजिक जैसे अन्य वाहनों के नवम्बर माह में 53 चालान काटे गए है। इसी प्रकार 9 स्कूल बसों और ड्राईवर फिटनेस की भी जांच की गई,अनफिट पाये जाने पर कुल 32 चालान काटे गए है। उन्होंने बिजली बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिये कि राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य मार्गो पर यदि कहीं पर ट्रांसफार्मर या बिजली के खम्बे आते है तो उन्हें हटवाया जाए ताकि मार्ग में बाधा ना बनें। उन्होंने वन विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि लोकल मार्ग व अन्य किसी भी मार्ग पर वृक्षों द्वारा यातायात बाधित ना हो ,इसके लिए जहां भी पेड़ काटा जाना हो,उसे अनुमति लेकर काटा जाए।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त एवं सचिव आरटीए निशांत कुमार यादव,एसडीएम करनाल नरेन्द्र मलिक,एसडीएम घरौंडा मु०इमरान रजा़,सीटीएम ईशा काम्बोज सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
हाई-वे पर केवल लाईटे लगी है,रोशनी कहां गई:-डीसी
उपायुक्त ने समीक्षा बैठक में हाई-वे के प्रतिनिधि से पूछा कि हाई-वे पर खम्बों पर लाईटें तो लगी है,परन्तु रात को रोशनी क्यों नहीं रहती? लाईटों को ऑन करने का समय क्या है,इसके लिए उपायुक्त ने घरौंडा के उपमंडलाधीश से कहा कि वे हाई-वे पर लगी सभी लाईटों की गिनती करके बताएं कि कितनी लाईटे जग रही है और कितनी बंद है।
हाई-वे पर वाहनों के गलत उपर चढऩे और उतरने से हो रही है अधिक्तर दुर्घटनाएं:-डीसी।
उपायुक्त ने समीक्षा बैठक में कहा कि हाई-वे पर ड्राईवर अपने आप ही कहीं भी जगह देखकर उतरने और चढऩे का रास्ता बना लेते है,जिसके कारण दुर्घटनाएं घटती है,हाई-वे के अधिकारियों को इसकी जांच करने तक का समय नहीं है। उन्होंने हाई-वे के अधिकारी को निर्देश दिये कि हाई-वे पर निश्चित दूरी पर ही उतरने व चढऩे के लिए प्वाईंट बनवाएं और साथ ही आने वाले धुंध के सीजन को देखते हुए ड्राईवरो की सुविधा के लिए सफेद पट्टी लगवाना सुनिश्चत करें।