हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल्ज प्रसंघ के चेयरमैन चन्द्रप्रकाश कथूरिया ने कहा कि वर्ष 2016-17 की तुलना में वर्ष 2017-18 के लिए गन्ने के समर्थन मूल्य में 10 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ौतरी की गई है, जिससे अगेती, मध्यम व पछेती किस्मों का मूल्य क्रमश: 320, 315 व 310 रुपये से बढ़ाकर 330, 325 व 320 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। जो कि देश में अभी तक का सर्वाधिक राज्य सुझावित मूल्य है। इसके लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल एवं सहकारिता मंत्री श्री मनीष ग्रोवर जी बधाई के पात्र हैं।
चेयरमैन चन्द्रप्रकाश कथूरिया आज करनाल शुगर मिल में सभी सहकारी चीनी मिलों के एम.डी. एवं हरियाणा शुगरफैड पंचकूला के निदेशक मंडल के सदस्यों की आम बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में शुगर फैडरेशन के एम.डी. आर.सी. बिदान सहित शुगरफैड के सभी अधिकारी मौजूद थे। इस मौके पर चीनी मिलों की कार्यकुशलता एवं चीनी की रिकवरी बढ़ाने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। इसके साथ ही गन्ने की खेती की नई विधि जिसमें मशीनीकरण के बारे में भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में सुपरवाइजर स्टाफ के कॉमन कैडर को लेकर भी चर्चा की गई। चेयरमैन श्री कथूरिया ने सभी एम.डी. को निर्देश दिए कि सभी चीनी मिलों को पूरी कार्यकुशलता के साथ चलाया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा गन्ने की पिराई हो सके और किसानों का सारा गन्ना समय पर पिराई किया जा सके।
इस मौके पर चेयरमैन श्री कथूरिया ने कहा कि सभी सहकारी चीनी मिलों ने राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई गई 175 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता उपरांत पिराई सीजन 2016-17 की समस्त गन्ना राशि 1153.36 करोड़ रुपये का भुगतान गन्ना किसानों को पहले ही कर दिया है। इसके साथ ही सीजन 2016-17 में राज्य की सहकारी चीनी मिलों द्वारा कुल 362.04 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की गई है, जो कि अब तक की सर्वाधिक है।
चेयरमैन चन्द्रप्रकाश कथूरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि 2016-17 में औसत चीनी परता 9.86 प्रतिशत रही जो कि अपने निकटतम राज्यों पंजाब (9.49 प्रतिशत) व उत्तरप्रदेश (9.41 प्रतिशत) से अधिक रही। गन्ना विकास कार्यक्रम में किस्मों के सुधार पर जोर देने के फलस्वरूप अधिक चीनी वाली अगेती व उन्नत किस्मों के अंतर्गत क्षेत्र बढ़कर 79 प्रतिशत हो गया है, जो कि अब तक सर्वाधिक प्रतिशत है।
जानकारी देते हुए चेयरमैन श्री कथूरिया ने बताया कि खरीद-फरोख्त में पारदर्शिता लाने हेतु शुगरफैड व सहकारी चीनी मिलों में ई-प्रोक्योरमैंट लागू किया जा चुका है व पिराई सत्र 2016-17 में शाहबाद, रोहतक व गोहाना सरकारी चीनी मिलों द्वारा लगभग 30.79 करोड़ की 7.60 करोड़ यूनिटस बिजली राज्य ग्रिड को सप्लाई की गई। इस मौके पर हरियाणा शुगरफैड के एडवाइजर आर.एल. यादव, शुगर एडवाइजर अशोक मलिक, करनाल शुगर मिल के एम.डी. प्रद्युमन सिंह, जींद एम.डी. अश्विनी मलिक, महम से निर्मल नागर, गोहाना से सुमिता ढाका, पानीपत से बीर सिंह, कैथल के एम.डी. सुशील कुमार, करनाल मिल के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र दहिया, सी.ए.ओ. वजीर सिंह बैनीवाल सहित सभी मिलों के चीफ इंजीनियर मौजूद थे।