डीएवी पीजी कॉलेज में एनएसएस प्रकोष्ठ द्वारा लोकतंत्र में मतदाताओं की भूमिका और वोट के महत्व विषय पर एक दिवसीय कैंप का आयोजन किया गया। कैंप का आयोजन एनएसएस कार्यक्रम संचालिका डॉ. मिनाक्षी कुंडू के नेतृत्व में किया गया। स्वंयसेवकों ने इस कैंप में बढ़ चढ़कर भाग लिया। स्वयंसेवकों ने मतदाता जागरूकता रैली भी निकाली। कैंप में कॉलेज प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। कैंप में पहुंचने पर एनएसएस कार्यक्रम संचालिका डॉ. कुंडू और अन्य प्राध्यापकों ने प्राचार्य का स्वागत किया। कैंप में पोस्टर मेकिंग और नारा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। एनएसएस स्वयंसेवकों ने लोकतंत्र में मतदाताओं की भूमिका और वोट के महत्व पर पोस्टर बनाकर जागरूक करने का काम किया। प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने स्वंयसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि भारत में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है, लेकिन आज प्रजातंत्र में युवा मतदाता अपनी अहम भूमिका नहीं निभा पा रहा है।
इसी के साथ महिलाओं की भी लोकतंत्र में संपूर्ण भागीदारी नहीं है। उन्होने कहा कि आज हम केवल वोट देने तक ही सीमित है। जबकि वोट देने के साथ साथ हमारी अन्य कामों में भी सहभागिता होना अति आवश्यक है। ताकि देश का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि देश, समाज, परिवार और खुद के निर्माण में युवाओं की भागेदारी प्रतिबद्धता के आधार पर होनी चाहिए। प्राचार्य डॉ. सैनी ने एनएसएस गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि एनएसएस स्वंयसेवक समाज में जागृति लाने का काम करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों के साथ अपने कई अनुभव भी साझा किए। उन्होंने कहा कि एनएसएस का एक स्वंयसेवक भी एक कैंप में जागृत हो जाता है तो एनएसएस का उदेश्य पूर्ण हो जाता है। प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने बढ़ते हुए प्रदुषण पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर हम खुद जागृत होंगे और पर्यावरण के प्रति सचेत रहेंगे तो प्रदूषण कम होगा और हमारा जनजीवन खुशहाल रहेगा। अंत में प्राचार्य डॉ. सैनी ने एनएसएस स्वंयसेवकों की रैली को हरी झंडी देकर रवाना किया। मतदाता जागरूकता रैली कॉलेज से होते हुए माल रोड, अंबेडकर चौक से बस स्टैंड से होते हुए वापस कॉलेज पहुंची। रैली ने लोगों को मतदान और वोट बनवाने के प्रति जागरूक किया। इस मौके पर डॉ. भीम सिंह, प्रो. संजय शर्मा, प्रो. सुलोचना नैन, प्रो. विजेंद्र, प्रो. प्रदीप, प्रो. रविंद्र, प्रो. अंशु सहित अन्य मौजूद रहे।