करनाल (भव्य नागपाल): हरियाणा कर्मचारी महासंघ के समस्त कर्मियों ने प्रदेश सरकार की वादा खिलाफी को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया करते हुए “जेल भरो आंदोलन” में भाग लिया। इसके चलते सभी कर्मचारियों ने जिला सचिवालय में पहुँच कर अपनी गिरफ्तारी दी। कर्मचारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री द्वारा हरियाणा दिवस पर घोषणा करने का आश्वासन देने के बावजूद कर्मचारियों की मानी गई मांगों की घोषणा नही कि जिसके विरोध स्वरूप सभी जिला स्तर पर जेल भरो आंदोलन किया गया।
मंगलवार दोपहर को हरियाणा कर्मचारि महासंघ की केन्द्रीय परिषद के आवाहन पर हरियाणा सलकार की वादा खिलाफी के विरोध में ज़िला करनाल के सैकड़ो कर्मचारियों ने अपनी लंबित पड़ी मागों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। सैकड़ो की संख्या में कर्मचारी सड़को पर उतरे और प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय पहुंचे और अपनी मांगो को लेकर अपनी गिरफ्तारी दी। कर्मचारियों का कहना है की प्रदेश सरकार कर्मचारियों की मागे माने और 1 नवम्बर तक घोषणा करने की बात कही थी लेकिन अब तक मागे नही मानी गई।
संघ के उपप्रधान विश्वनाथ शर्मा के मुताबिक, “18 सितंबर को संघ के शिष्टमण्डल के साथ मुख्यमंत्री के निवास स्थान पर 36 सुत्रीय मांग पत्र पर लगातार तीन घण्टी बातचीत हुई थी जिसमें हरियाणा सरकार के सभी आलाधिकारी शामिल थे। बातचीत में 12 मांगों पर सरकार के साथ सहमति बनी थी जिसमें समान काम समान वेतन लागू करना. कैशलैस मैडिकल सुविधा, जोखिम भत्ता देना, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना आदि मांगों पर सहमति बनने के बावजूद भी कोई परिपत्र जारी नही किया।”