- सीवरेज व वाटर सप्लाई लाईनो की स्थिति जानने के लिए निगमायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने नगर निगम व जन स्वास्थ्य विभाग के अभियंताओं के साथ की मीटिंग,
- सीवर लाईने जल्द साफ करने के दिए निर्देश,
- वाटर सप्लाई लाईनो को समय-समय पर करें चैक, ताकि लोगों को मिले स्वच्छ पेयजल।
सीवरेज व वाटर सप्लाई लाईनो की मौजूदा स्थिति जानने के मकसद से सोमवार को नगर निगम आयुक्त डॉ. मनोज कुमार ने नगर निगम व जन स्वास्थ्य विभाग के अभियंताओं के साथ मीटिंग की। निगमायुक्त ने अभियंताओं को निर्देश दिए कि शहर में जो-जो भी सीवरेज लाईन तथा उनके मेन होल चौक हैं, उन्हें सुपर सकर व जेटिंग मशीनो की सहायता से साफ करवाकर खुलवाएं, ताकि गंदे पानी पर्याप्त निकासी हो सके।
नगर निगम को इसी सप्ताह मिलेंगी 3 जेटिंग मशीने- निगमायुक्त ने प्रबल उम्मीद के साथ बताया कि करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड, सीवरेज मेन होल व लाईनो को साफ करने के लिए 1 बड़ी व 2 छोटी जेटिंग मशीने इसी सप्ताह नगर निगम को सौंप देगा, जिससे निगम एक समय में ज्यादा मेन होल साफ करवा पाएगा, जिससे लोगों का शिकायतों का समय पर निपटान हो सकेगा। उन्होंने बताया कि नगर निगम के पास 1 सुपर सकर तथा 1 जेटिंग मशीन पहले से ही है, जो अपना काम सुचारू रूप से कर रही है।
वाटर सप्लाई लाईनो व नलकूपों पर बात करते निगमायुक्त ने निर्देश दिए कि अगर कोई लाईन पुरानी होने के कारण मरम्मत होने योग्य है, तो उसकी मरम्मत करवाएं तथा जिन लाईनो को ज्यादा पुराने होने के कारण बदलने की जरूरत हैं, उन्हें बदलवाएं। उन्होंने कहा कि सभी घरों तक पीने का साफ पानी पहुंचना चाहिए, यह सुनिश्चित किया जाए।
निगमायुक्त ने कहा कि गर्मी का सीजन चल रहा है, नागरिकों को ज्यादा पानी की जरूरत होती है, इसलिए समय-समय पर नलकूपों को चैक करते रहें, अगर किसी नलकूप में कोई दिक्कत आती है, तो उसे तुरंत ठीक करवाया जाए। उन्होंने कहा कि नागरिकों को इन कामों के लिए निगम कार्यालय के चक्कर ना काटने पड़ें।
डेयरियों से निकला गोबर नालों में डाला तो लगेगा जुर्माना, जेई के साथ सफाई निरीक्षक की लगाई ड्यूटी- निगमायुक्त ने बताया कि डेयरियों से निकलने वाला गोबर अगर नालों में डाला गया तो सम्बंधित डेयरी मालिक के खिलाफ, पशु अपशिष्ट प्रबंधन नियमों के तहत कार्रवाई करते हुए चालान काटा जाएगा तथा उस पर जुर्माना लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि डेयरी संचालकों को नालों में गोबर ना डालने को लेकर बार-बार समझाया गया है, परंतु ज्यादातर डेयरी संचालकर इस पर अमल नहीं करते, जिसके कारण सीवर जाम हो जाते हैं और नागरिकों को काफी परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि इसे देखते हुए चालान करने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
आयुक्त ने इस काम के लिए मेन होल की सफाई करवाने में लगे कनिष्ठ अभियंताओं के साथ सफाई निरीक्षक की ड्यूटी लगा दी है, जो उनका चालान करेंगे।