करनाल। राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. आरआरबी सिंह के मार्गदर्शन में चल रहे हिन्दी चेतना मास की कड़ी में बुधवार को हिन्दी शोध-पत्र एवं पोस्टर प्रदर्शन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें संस्थान के वैज्ञानिकों के साथ-साथ शोद्यार्थी एवं तकनीकी अधिकारियों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया। प्रतियोगिता के अन्तर्गत संयुक्त निदेशक (अनुसंधान) डा. बिमलेश मान की अध्यक्षता में प्रधान वैज्ञानिक डा. धीर सिंह, डा. महेन्द्र सिंह, डा. आशीष कुमार सिंह एवं डा. बीएस चन्देल की समिति ने प्रतियोगिता के अन्तर्गत प्राप्त हुए कुल 16 शोध-पत्रों का मूल्यांकन किया।
शोद्यार्थी भावेश बारिया की टीम को प्रथम पुरस्कार, डा. अश्विनी कुमार रॉय की टीम को द्वितीय पुरस्कार, शोद्यार्थी असगर-उद-दीन की टीम को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसके अलावा डा. केपोन्नुसामी की टीम एवं शोद्यार्थी मितुल बुम्बडिया की टीम को संयुक्त रूप से प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त हुआ।
संयुक्त निदेशक (अनुसंधान) डा. बिमलेश मान ने बताया कि इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्ेश्य संस्थान के वैज्ञानिकों, तकनीकी अधिकारियों व शोद्यार्थियों द्वारा शोध व अनुसंधान कार्य को मूल रूप से राजभाषा हिन्दी में करने के लिए प्रोत्साहित करना है। सहायक निदेशक (राजभाषा) राकेश कुमार कुशवाहा ने बताया कि संस्थान में 14 सितम्बर से प्रारंभ हुए हिन्दी चेतना मास की कड़ी में शोध-पत्र व पोस्टर प्रदर्शन प्रतियोगिता के अलावा हिन्दी कार्यशाला, हिन्दी निबंध प्रतियोगिता एवं हिन्दी आशुभाषण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। सभी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को आगामी माह 13 अक्तूबर को प्रस्तावित राजभाषा पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।