- सग्गा जवाहर नवोदय विद्यालय में फंसे केरल के बच्चे करनाल रोडवेज की बस में पहुंचे अपने घर।
- करनाल के बच्चों की भी होगी उसी बस में करनाल वापिसी।
- कल रात तक आ जाएंगे सभी बच्चे और स्टाफ के लोग।
लॉकडाउन के चलते बाहर पढ़ने गए बच्चे फंस गए थे, करनाल के जवाहर नवोदय विद्यालय के 23 बच्चे केरल में फंस गए थे जबकि 22 बच्चे केरल के करनाल में फंस गए थे, दोनों तरफ के बच्चों को उनके घर भेजने के लिए लगातार स्कूल प्रबंधन की बात प्रशासन के साथ हो रही थी।
जिसके बाद करनाल रोडवेज की बस यहां से केरल के बच्चों और स्टाफ को लेकर गई और तेलंगाना में एक सेन्टर पॉइंट बनाया गया जहां पर केरल के बच्चों और स्टाफ को उतारा गया, वहीं करनाल के बच्चे और स्टाफ के लोग भी वहां आ गए जिसके बाद करनाल रोडवेज की बस उन्हें लेकर करनाल के लिए रवाना हो गई। ये बस कल रात तक करनाल पहुंचेगी।
इस बस में करनाल रोडवेज के 2 ड्राइवर 1 मैकनिक, 2 पुलिसकर्मी, 5 स्टाफ कर्मचारी और 23 बच्चे हैं। जवाहर नवोदय विद्यालय जहां पर बच्चे अपना करियर बनाने के लिए पढ़ने आए हुए थे , लेकिन लॉकडाउन की ऐसी मार पड़ी कि बच्चे जहां थे वहीं फंस थे। करनाल के 23 बच्चे पढ़ने के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय में केरल गए हुए थे लेकिन लॉक डाउन की वजह से वहीं फंस थे।
लेकिन दोनों सरकार ने फैसला लिया औऱ फंसे हुए बच्चों को घर पहुंचाने के इंतज़ाम किए गए। करनाल में भी 22 बच्चे जवाहर नवोदय विद्यालय में फंसे हुए थे ये बच्चे केरल के रहने वाले हैं, इनके रहने का प्रबंध भी हॉस्टल में किया हुआ था।
करनाल रोडवेज की बस करनाल में फंसे हुए केरल के बच्चों और स्टाफ को लेकर तेलंगाना के लिए निकली और वहां पहुंचकर बच्चों और स्टाफ को सही सलामत छोड़ दिया। वहीं से अब करनाल के स्टाफ और बच्चों को लेकर बस करनाल के लिए निकल चुकी है जो कल रात को सग्गा गांव के जवाहर नवोदय विद्यालय में पहुंच जाएगी।