Live – देखें – Big News – देश मे पहली बार कोरोना से ठीक होने के बाद मरीज आये सामने ,करनाल ब्रेकिंग न्यूज पर कल्पना चावला हॉस्पिटल की डॉ ,नर्स व बिर्चपुर युवक का पूरा Interview Live – Share Video
करनाल में कोरोना के 3 मरीज ठीक होने के बाद डिस्चार्ज हो गए हैं। जिनमें कल्पना चावला की एक डॉक्टर , एक स्टाफ नर्स और वहीं एक बिर्चपुर गांव का युवक जिसकी ट्रेवल हिस्ट्री विदेश की थी वो ठीक होने के बाद कल्पना चावला हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिए गए हैं। हालांकि ऐतियात के दौर पर 14 दिन ये लोग घर में क्वारनटान रहेंगे। फिलहाल करनाल में 2 एक्टिव केस हैं। आइये आपको सुनाते हैं उन जांबाजों की कहानी जो कोरोना जैसी महामारी को मात देकर सही सलामत अपने घर पहुंचे।
इस तस्वीर को देखिए और समझिए कि कोरोना को मात देने की खुशी क्या होती। क्या होता है उस महामारी को हराना जिसकी चपेट में पूरी दुनिया है। क्या होता है उस मुश्किल हालातों से बाहर निकलना जिसके लिए पूरी दुनिया प्रयास कर रही है। दरसअल ये कहानी पूनम की है, पूनम कल्पना चावला मेडिकल हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स के रूप में कार्यरत है।
पूनम करनाल के कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज कर रही थी, जिसके बाद पूनम को भी कोरोना ने जकड़ लिया था, पूनम के सैंपल की रिपोर्ट आती है और उन्हें कोरोना पॉजिटिव होता है। जिसके बाद उन्हें करनाल के कल्पना चावला हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कर दिया जाता है।
उसके बाद शुरू होती है डॉक्टर्स की मेहनत , पूनम का इलाज किया जाता है वो रिकवर करती है और उसकी दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आती है, उसके बाद फिर तीसरी रिपोर्ट का इंतजार किया जाता है और वो रिपोर्ट भी नेगेटिव आती है।
पूनम को हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई है। वो अब अपने गांव पहुंच गई है। बस एतियात के मद्देनजर पूनम 14 दिन अपने घर में क्वारनटान रहेगी। डॉक्टर्स के हौसले को सलाम है जिन्होंने पूनम का इलाज किया, वहीं पूनम भी हॉस्पिटल से छुट्टी मिलने के बाद डॉक्टर्स से लेकर प्रशासन , स्टाफ नर्सों से लेकर सफाई कर्मचारियों का दिल से धन्यवाद कर रही है और लोगों को लॉक डाउन के नियमों का पालन करने के लिए भी बोल रहीं हैं।
आइये अब आपको मिलवाते हैं उस जांबाज डॉक्टर से जो फिर मरीजों का इलाज करने के लिए तैयार है, उस फ्रंट लाइन वॉरियर्स से जिसने अपनी बिना परवाह किए एक कोरोना पॉज़िटिव मरीज का इलाज किया, उसके बाद खुद कोरोना पॉजिटिव हो गई, लेकिन हिम्मत ना हारकर अपने आपको रिकवर किया , और नेगीटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्हें छुट्टी मिल गई।
दरसअल अंजली कल्पना चावला मेडिकल हॉस्पिटल में डॉक्टर है उन्होंने करनाल के एक कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज किया था, जिसके बाद उनके सैंपल लिए गए और वो भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई। अंजली बताती हैं कि उनके लिए सबसे मुश्किल की घड़ी तब थी जब एतियात के मद्देनज़र उनके पति और उनकी बेटी को एडमिट किया गया, लेकिन समय के साथ सब ठीक हो गया। अंजली की दूसरी और तीसरी रिपोर्ट नगिटिव आने के बाद उन्हें छुट्टी मिल गई है।
अंजली सभी का तह दिल से शुक्रिया अदा कर रही हैं। वो सभी को लॉक डाउन के नियमों का पालन करने के लिए बोल रही हैं, और डॉक्टर होने के नाते अपनी ड्यूटी निभाते हुए ये भी बता रहीं है कि किस तरीके से सुरक्षित रहा जा सकता है। साथ ही साथ उन्होंने ये भी बताया कि जब वो आइसोलेशन वार्ड में भर्ती थी तो उन्होंने अपना समय परिवार के लोगों से बात करके बिताया ।
अंजली फिलहाल 14 दिन के लिए घर पर क्वारनटान हैं, लेकिन इस वॉरियर्स के जज्बे को देखिए जो ड्यूटी पर आने के लिए तैयार है बस उनका क्वारनटान समय पूरा हो जाए।
आइए अब आपको मिलवाते हैं सन्दीप से , सन्दीप वो शख्स हैं जो कोरोना से ठीक होने के बाद अपनी घर बिर्चपुर गांव वापिसी कर रहे हैं। उनकी ट्रेवल हिस्ट्री विदेश की थी, जिसके बाद उनके सैंपल लिए गए और उनकी रिपोर्ट आने के बाद उन्हें कल्पना चावला मेडिकल हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया।
संदीप की दूसरी और तीसरी रिपोर्ट नगिटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। संदीप ने जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से लेकर, डॉक्टर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ, नर्सो का धन्यवाद किया है और लोगों को लॉक डाउन के नियमों का पालन करने के लिए कहा है।
फिलहाल लोगों से जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग ,पुलिस और जो लोग ठीक होकर कोरोना को हराकर अपने घर पहुंचे हैं उनका एक ही संदेश है कि सोशल डिस्टेनसिंग बनाए रखें, लॉक डाउन के नियमों का पालन करे ताकि कोरोना महामारी को हराने के लिए भारत जो प्रयास कर रहा है उसमें हम सफल हो सकें।