शनिवार देर रात तक विख्यात कलाकारों ने भजनों की प्रस्तुति दी। श्रद्धालुओं ने श्याम बाबा संग फूलों की होली खेली। बाबा के भजनों की धुन पर भक्ति रस में डूबकर श्रद्धालु थिरकते नजर आए।
बारिश के बावजूद भी आस-पास इलाके से बड़ी संख्या में लोग श्याम उत्सव मनाने जुटे। श्याम भजन सुनाने के सिलसिले में लुधियाना से मास्टर कुश कन्हैया, फतेहाबाद से मोना मेहता व दिल्ली से शीतल पांडे ने एक से बढक़र एक श्याम भजनों की प्रस्तुति दी।
शीतल पांडे द्वारा जिसने देखा पहली बार श्याम धणी का वो दरबार श्याम दीवाना हो गया वो श्याम दीवाना हो गया के बोल ने सभी का मन जीत लिया। ‘खाटू न आउं तो जी घबराता है, देख के तुझको दिल को मेरे चैन आता है’ सुन श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। भव्य पांडाल में उपस्थित श्रद्धालु दोनों हाथ ऊपर उठाकर खाटू श्याम के जयकारे लगा रहे थे। खुद को इन भजनों पर नाचने से रोक नहीं पा रहे थे।
इस आयोजन को संपूर्ण कराने मे श्याम भक्त विगत कई माह से निरंतर तैयारियों मे जुटे हुए थे। मदरबार में छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ाया गया। श्री श्याम की आरती के बाद छप्पन भोग का प्रसाद सभी श्रद्धालुओ में बांटा गया। देर रात तक चल रहे उत्सव के दौरान श्याम भक्तों ने आगंतुक श्रद्धालुओं के साथ नगर के भक्तों के लिए भंडारे की व्यवस्था की। सभी श्रद्धालुओं ने प्रसाद एवं भोजन ग्रहण किया।
श्री श्याम बाबा सेवक मंडल की ओर से सभी श्रद्धालुओं का स्वागत तिलक लगाकर किया गया। भजन गायकों को स्मृति चिह्न भेंट किए गए।