यमुनानगर पुलिस जगाधरी जेल में हत्या के मामले में बंद आरोपी सुनील उर्फ खीरा वासी भादड थाना मतलौडा जिला पानीपत हाल गली न0 7 कर्ण विहार करनाल को करनाल कोर्ट में पेष करने के लिए लेकर आए और करनाल कोर्ट में पेष करने के बाद वापीस जाते समय नऐ बस अडडा इन्द्री रोड करनाल पर बस का इन्तजार कर रहे थे। उसी समय आरोपी उपरोक्त को छुडाने के लिए तीन हथियार बंद बदमाष मोटर साईकिल पर सवार वहां आए और पुलिस बल पर स्प्रे व हथियार से हमला बोल कर आरोपी सुनील उर्फ खीरा को छुडा कर भागने मे कामयाब हो गये।
इस सम्बन्ध में थाना सदर जिला करनाल में सब इस्पैक्टर सुरेष पाल जिला यमुनानगर के ब्यान पर मुकदमा न0 560/28.05.19 धारा 224,225,307,34 भा.द.स व आमर्ज एक्ट के तहत दर्ज रजिस्टर किया गया। पुलिस कप्तान द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए तफतीष कर आरोपीयों को गिरफतार करने की जिम्मेवारी सी.आई.ए-1 को सौपी गई।
दिनांक 21.09.2019 को पुलिस को इस मामले कामयाबी मिली तब, जब सुनील उर्फ खीरा के साथी को गुप्त सुचना के आधार पर सैक्टर-6 ग्रीन बैल्ट टी प्वाइंट फुसगढ़ रोड करनाल से एक साथी मंजीत उर्फ बिन्ना वासी करनाल को नाजायज शस्त्र सहित गिरफतार किया। इस सम्बन्ध में थाना सैक्टर-32/33 में मुकदमा न0 124 दिनांक 21.09.2019 दर्ज रजिस्टर किया गया। आरोपी से पुछताछ के दौरान इस बात का खुलासा हुआ कि उसने व अपने अन्य साथी अंकुष पुत्र राजकुमार वासी कमालपुर जिला करनाल व अंकित वासी पल्लवल के साथ मिलकर रिस्ते में मौसी के लडके आरोपी….. सुनील उर्फ खीरा को पुलिस से छुडवाया था। पुलिस द्वारा आरोपी मंजीत उर्फ बिन्ना को माननीय अदालत के सामने पेषकर न्यायिक हिरासत में जिला जेल करनाल भेज दिया गया।
सितंबर महिने में राजस्थान की बिकानेर पुलिस द्वारा उपरोक्त मामले में आरोपी….. सुनील उर्फ खीरा, अंकुष कमालपुर और अंकित वासी पल्वल को बिकानेर क्षेत्र में एक वारदात के दौरान गिरफतार कर लिया गया था। जिसके बाद दिनांक 02.10.19 को करनाल पुलिस की क्राइम युनिट सी.आई.ए-01 टीम उप-निरीक्षक नरेष कुमार की अध्यक्षता में तीनों आरोपीयों को लेकर करनाल पहुंची और उन्हें माननीय अदालत के सामने पेषकर 12 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया। दौराने रिमांड आरोपीयों से घटनास्थल की निषानदेही करवाई गई और हथकड़ी व वारदात के समय प्रयोग की गई मोटर साईकिल बरामद की गई।
वारदात के समय प्रयोग एक मोटर साईकिल व एक पिस्टल आरोपीयों से मौके पर ही छूट गई थी। एक पिस्टल पुलिस द्वारा आरोपीयों के एक अन्य साथी मंजीत उर्फ बिन्ना से बरामद कर ली गई थी। आज आरोपीयों की रिमांड अवधी समाप्त होने के बाद उन्हें पूनः माननीय अदालत के सामने पेष किया गया, जहां से अदालत के आदेषानुसार उन्हें न्यायीक हिरासत में भेज दिया गया।