हरियाणा के सिरसा के डेरा सच्चा सौदा के बाबा गुरमीत राम रहीम से जुड़े साध्वियों के यौन शोषण के मामले को लेकर पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में आज सुनवाई हुई है. इस मामले में कोर्ट ने अभी अपना फैसला नहीं सुनाया है. फैसले के मद्देनजर पूरे पंजाब में हाई अलर्ट कर दिया गया था.
जानकारी के मुताबिक, पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात करने के लिए दिल्ली आए हैं. पंजाब ने केंद्र से 250 अर्धसैनिक बल की कंपनियां मांगी है. इसके साथ ही पंजाब पुलिस के जवान हर जगह मुस्तैद कर दिए गए हैं. फैसले के बाद बवाल की आशंका जताई जा रही है.
साल 2002 में बाबा गुरमीत राम रहीम पर साध्वियों के यौन शोषण के आरोप लगे थे. इसके बाद इसकी जांच हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंप दी थी. एक युवती ने राम रहीम पर यौन शौषण का आरोप लगाते हुए एक पत्र मीडिया, पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, पीएम के नाम जारी किया था.
इसके बाद हरियाणा और पंजाब में खूब बवाल मचा. हाई कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए 24 सितंबर 2002 को सीबीआई को इस पत्र के आधार पर जांच का जिम्मा सौंपा था. सीबीआई ने जांच को पूरा कर रिपोर्ट को जुलाई 2007 में स्पेशल कोर्ट को सौंप दिया था. में सीबीआई की ओर से गवाही और बहस पूरी कर ली गई है.
हरियाणा में BJP सरकार बनते ही रामपाल करोथा का मामला सामने आया था। जिसके बाद सरकार की काफी किरकिरी हुई थी ऐसा भी माना जा रहा था कि हरियाणा में मुख्यमंत्री बदलने तक की नौबत आ गई थी। खट्टर सरकार डेरा मुखी के मामले में कोई ढील नहीं बरतना चाहती। इसलिए पुलिस ने इसलिए पुलिस और प्रशासन ने पूरी तरह से कमर कस ली है
डेरा प्रमुख की ओर से अपने बचाव में दो युवतियों को गवाह के तौर पर पेश करने की अर्जी दी गई. इसे सीबीआई के वकील की बहस के बाद खारिज कर दिया गया था. अब इस मामले में सुनवाई और बहस पूरी हो चुकी है. पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट कभी भी आरोप तय करके अपना फैसला सुना सकती है.