उप-पुलिस अधीक्षक करनाल राजीव कुमार और एस.डी.एम. करनाल नरेन्द्र पाल मलिक द्वारा जिला जेल करनाल का औचक निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के लिए कई टीमों का गठन किया गया, जो डिटेक्टीव स्टाफ इन्चार्ज निरीक्षक विरेन्द्र राणा और प्रबंधक थाना सदर करनाल निरीक्षक बलजीत सिंह ने इन टीमों का नेतृत्व किया। निरीक्षण के लिए जेल में प्रवेष से पूर्व उप-पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार द्वारा सभी पुलिस कर्मीयों को ब्रीफ किया गया, उन्हें बताया गया कि उन्हें किस प्रकार से व किस-किस चीज की तलाषी लेनी है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए राजीव ने बताया कि पुलिस कप्तान के आदेषानुसार जिला पुलिस की कई टीमें बनाकर आज जिला जेल का निरीक्षण किया गया है। उन्होंनें बताया कि निरीक्षण से पहले सभी अधिकारीयों व कर्मीयों को इसके बारे में बताया गया था कि उन्हें मुख्यरूप से किन-किन बातों का ध्यान रखना है और किस प्रकार से चैकिंग करनी है।
यह चैकिंग अभियान सुबह करीब 08ः30 बजे से लेकर 12ः00 बजे तक चला, अभियान के दौरान पुलिस टीमों द्वारा सभी विचाराधीन बंदियों के सैल, कैदियों के सैल, मैस, हस्पताल, चक्कीयों और कारखानों की चैकिंग की गई। जहां से पुलिस को काफी संख्या में नुकीली चीजें, एलुमिनियम की पतीयां, लोहे की किलें और कई रस्सीयां बरामद हुई।
जो एलुमिनियम की व अन्य पतीयों को विषेष रूप से नुकीले हथियार नुमा बनाया गया था और इन पतीयों को कैदी व बंदी अपनी खाने की प्लेटों और गिलासों से तोड़ते हैं। जिनमें हैडल के तौर पर टुथ ब्रष के हैंडलों का भी इस्तेमाल किया गया है।
इसके साथ ही उन्होंनें बताया कि निरीक्षण के दौरान जिला जेल के अधिकारीयों द्वारा भी पुरा सहयोग किया गया। इस अभियान का मुख्य उदेष्य जेल में होने वाले अपराधों पर अंकुष लगाना है और जेल में मोबाईल, एन.डी.पी.एस. से संबंधीत सामान व हथियार से ही अपराधों को बढ़ावा मिलता है।
उन्होंनें कहा कि भविष्य में भी जिला पुलिस द्वारा समय-समय पर इस प्रकार के अभियान जारी रहेगें, ताकि जेल के अंदर होने वाले अपराधों को खत्म कर सभी कैदियों और बंदियों को एक सुरक्षीत माहौल दिया जा सके।