- आईटीआई प्रकरण की कवरेज करने वाले पत्रकार को फ़ोन पर धमकी, एसपी से मिला हरियाणा पत्रकार संघ ।
- फोन करने वाली महिला का नंबर हरियाणा का,
- अमरीका और ऑस्ट्रेलिया से भी धमकी भरे काल आये,
- पत्रकार ने सुरक्षा की मांग की।
बीती 12 अप्रैल को आईटीआई प्रकरण को कैमरे में कैद कर जनता तक पहुंचाने वाले पत्रकारों को अब धमकी मिलने लगी है। ये धमकी हरियाणा के एयरटेल नम्बर और विदेश से आई है।हरियाणा के जिस नम्बर से पत्रकार आकर्षण उप्पल को फोन आया उसमे महिला ने पत्रकार को उनके मोबाइल पर फोन करके धमकाते हुए कहा कि तुम्हारी रिपोर्टिंग से बच्चो और आईटीआई के शिक्षको का काफी नुकसान हुआ है।
एसपी करनाल को दी गई शिकायत अनुसार 14 अप्रेल को सुबह महिला ने पत्रकार आकर्षण उप्पल को कहा कि जिन बच्चो ने पुलिस पर पत्थर बरसाए और गाड़ियों के शीशे तोड़े वो बिल्कुल ठीक थे लेकिन पुलिस को उन पर लाठीचार्ज नहीं करना चाहिए था। महिला ने कहा कि जिस तरह से पत्रकारों ने आईटीआई प्रकरण की कवरेज की है उससे आईटीआई के छात्र और शिक्षक बेहद आहत है और इसे मेरी धमकी समझना।
पत्रकार ने जब महिला का फोन काट दिया तो उसके बाद अमरीका और ऑस्ट्रेलिया से भी पत्रकार आकर्षण उप्पल को सिलसिलेवार फोन कर धमकी दी गई तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री व करनाल पुलिस अधीक्षक के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दो का प्रयोग किया गया।
धमकी देने वालो ने जिस तरह बार बार आईटीआई के शिक्षक व प्रिंसिपल का परिचय दिया है उससे पत्रकार ने आशंका जताई है कि धमकी देने वाले आईटीआई संस्थान में से ही किसी शिक्षक या स्टाफ के रिश्तेदार या जानकार है जोकि बार बार पत्रकार पर दबाव बना रहे थे कि वो अपनी खबर को उनके पक्ष में दिखाए व् उनके पक्ष में लिखे।इसके बाद पत्रकार को एक फोन अमरीका और ऑस्ट्रेलिया के नंबर से भी आया जिन्होंने पत्रकार को धमकी भरे लहजे में बेहद गंदी गालिया व् आपत्तिजनक शब्द भी कहे।
पत्रकार ने पूरे मामले की रिकार्डिंग पुलिस अधिक्षक करनाल को दी सौंप दी है। हरियाणा पत्रकार संघ के अध्यक्ष के.बी. पंडित ने पुलिस अधीक्षक से आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए कहा कि पत्रकारों ने अपनी कवरेज में कुछ भी गलत नहीं कहा तथा इस तरह पत्रकारों को यदि धमकिया दी जाने लगी तो हम स्वतंत्र होकर कार्य कैसे कर पाएंगे। हरियाणा पत्रकार संघ के जिला प्रधान कमल मिड्डा ने एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया को कहा कि 12 अप्रेल को सभी पत्रकारों ने पूरा वाक्या अपने सामने देखा कि कैसे शरारती तत्वों ने पुलिस, आम लोगो व् मिडिया के लोगो तक को पत्थर व् बोतले मारकर निशाना बनाया।
इस हमले में सबसे ज्यादा घायलों की संख्या पुलिस कर्मचारियों की थी। मिड्डा ने कहा कि इस तरह की धमकियां निष्पक्ष पत्रकारिता पर कुठाराघात है।गौरतलब है कि 12 अप्रेल को आईटीआई प्रकरण में शरारती तत्वों की पत्थरबाजी में कई आम लोग और मिडिया के पत्रकार भी घायल हुए थे जिनमे पत्रकार कमल मिड्डा भी शामिल थे जिन्हे गंभीर चोट लगने के बाद टाँके भी लगे थे।
पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह भौरिया ने पत्रकारों को भरोसा दिया कि किसी के साथ गलत नहीं होने दिया जायेगा तथा पत्रकार खुलकर अपना कार्य करें।उन्होंने पत्रकारों को भरोसा दिया कि पत्रकार आकर्षण उप्पल की शिकायत पर मामला दर्ज कर उपयुक्त कार्यवाही की जायेगी। इस बात की भी जांच की जायेगी कि आखिर किसके उकसावे पर पत्रकार को फोन कर धमकिया दी गई।
इसके अतिरिक्त धमकी देने वालो ने फेसबुक पर भी पत्रकार के लिए आपत्तिजनक शब्द लिखे जिसकी जानकारी एसपी करनाल को दे दी गई है। इस मौके पर हरियाणा पत्रकार संघ के अध्यक्ष के.बी. पंडित, जिला प्रधान कमल मिड्डा, वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र गांधी, धर्मेंद्र खुराना, परवीन अरोड़ा, अशोक अरोड़ा, के.सी. आर्य और संदीप साहिल कई पत्रकार मौजूद रहे।