करनाल। डीएवी पीजी कॉलेज में राजनीतिक विज्ञान एंव इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जंयती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में कॉलेज प्राचार्य डॉ. रामपाल सैनी ने शिरकत की। राजनीतिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.बलराम शर्मा, इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. सुलोचना नैन ने प्राचार्य को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
डॉ. आरपी सैनी ने नेता जी के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए अपने संबोधन में कहा कि हमेें भारत माता के इस वीर सपूत से हमेशा प्ररेणा लेनी चाहिए। सुभाष चंद्र बोस स्वतंत्रता संग्राम के हीरो थे। सुभाष चंद्र बोस ने अंग्रेजी सरकार की दमनकारी नीतियों का खुलकर विरोध किया तथा उनसे लडऩे के लिए आजाद हिंद फौज का गठन कर उनसे लोहा लिया। साम्राज्यवादी ताकतों के खिलाफ व मानवता के कल्याण के लिए नेता जी अपनी अंतिम सांस तक लड़ते रहे।
1921 में प्रशासनिक सेवा की प्रतिष्ठित नौकरी छोडक़र देश की आजादी के समर मेें कूदने वाले सुभाष चंद्र बोस के कं्रातिकारी विचार आज भी जनमानस में जोश भर देते हैं। उन्होने विद्यार्थियों को नेता जी की देशभक्ति की भावना से प्ररेणा लेकर समाज में भाईचारे व एकता के संदेश को पंहुचाने व बनाए रखने का आहवान किया।
उन्होंने विद्यार्थियों को सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी एक हरियाणवी रागनी दुनिया मै बज्या था डंका भारत मां के शेर का आज्या रै सुभाष बाबू काम नही देर का सुनाकर विद्यार्थियों में देशभक्ति का जोश भर दिया। जिसके पश्चात तालियों से हाल गुंज उठा और भारत माता की जय और सुभाष बोस जिंदाबाद के नारे लगने लगे। इस मौके पर प्रो. मनीषा सहित स्टाफ के अन्य सदस्य मौजूद रहे।