करनाल पुलिस की क्राइम युनिट सी.आई.ए-02 इन्चार्ज निरीक्षक मनोज कुमार को चोरी करने वाले एक गिरोह के संबंध में सुचना प्राप्त हुई। सुचना मिलते ही मनोज कुमार द्वारा अपनी एक टीम को मुख्य सिपाही गुरमीत सिंह व उप-निरीक्षक षिवकुमार की अध्यक्षता में नग्ला चैंक करनाल के लिए रवाना किया, जिसने उस स्थान पर पहुंचकर योजनाबद्व तरीके से छापामारी करके तीन आरोपीयों…..
1. मनोज उर्फ मोजी पुत्र सुखबीर सिंह वासी कोट मौहल्ला करनाल,
2. विनय पुत्र कर्मसिंह वासी जाटो गेट करनाल और
3. नानक उर्फ विषाल उर्फ पानी पुत्र जगजीवन वासी सदर बाजार करनाल को गिरफतार किया।
पुलिस टीम से बचने के लिए आरोपीयों द्वारा काफी प्रयास किया गया, लेकिन गुरमीत सिंह व उनकी टीम द्वारा मुस्तैदी का परिचय देते हुए उनके हर मनसुबे को नाकाम कर दिया गया। पुलिस पुछताछ पर आरोपीयों द्वारा कई चोरी की वारदातों का खुलासा किया गया, जिनके संबंध में दिनांक 05.01.19 को तीनों आरोपीयों को माननीय अदालत के सामने पेषकर दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया।
दौराने रिमांड आरोपीयों द्वारा नग्ला चैंक करनाल में एक दूकान से चोरी, जाटो गेट करनाल में स्थित दो घरों से चोरी, तरावड़ी एक दूकान से चोरी और बस स्टैंड करनाल के पास एक दूकान से चारी की वारदात का खुलासा किया। जिनके संबंध में पहले से ही संबंधीत थानों में षिकायतकर्ताओं की षिकायतों पर मामलें दर्ज हैं। इसके साथ ही आरोपीयों द्वारा इन वारदातों में साथ देने वाले अपने दो अन्य साथीयों….. 1. मनोज डिंगरा पुत्र जगदीष वासी वार्ड नं0-14 शीषमहल कोट मौहल्ला करनाल और 2. रविन्द्र उर्फ मिनी पुत्र राजेन्द्र वासी लाडो बगड़ी जाटो मौहल्ला करनाल के संबंध में भी खुलासा किया। पुलिस टीम द्वारा दिनांक 07.01.19 को आरोपी मनोज डिंगड़ा को जुण्डला गेट करनाल और आरोपी मिनी उर्फ रविन्द्र को नमस्ते चैंक करनाल से गिरफतार किया।
बरामदगी
दौराने रिमांड पुलिस टीम द्वारा आरोपीयों के कब्जे से एक लैपटाप, 02 मोबाईल फोन और 20,000 रूपये कैष बरामद किया गया। तीनों आरोपीयों की रिमांड अवधी समाप्त होने पर पुलिस टीम द्वारा पूनः उन्हें व उनके दोनों साथीयों को भी अदालत के सामने पेष किया गया, जहां से आरोपी….. नानक उर्फ विषाल और विनय को अदालत के आदेष अनुसार जिला जेल करनाल भेज दिया गया और अन्य तीनों आरोपीयों….. मनोज उर्फ मोजी, मनोज डींगड़ा और मिनी उर्फ रविन्द्र को आज तक पुलिस रिमांड पर लिया गया जो आज उन्हें भी अदालत पेषकर अदालत के आदेष अनुसार जेल भेज दिया गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी….. मनोज उर्फ मोजी और मनोज डिंगड़ा पहले भी कई बार चोरी की वारदातों में गिरफतार होकर जेल जा चुके हैं। आरोपीयों द्वारा चोरी की वारदातों में साथ देने वाले ओर भी कई साथीयों के नामों का खुलासा किया गया है, जिनकी पुलिस द्वारा तलाष जारी है और बहुत जल्द उन्हें गिरफतार कर अदालत के सामने भेजा जाएगा।