कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर के निर्देश पर आज कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की आने वाले नगर निगम के चुनाव को लेकर एक बैठक पंकज पुनिया की अध्यक्षता में पीडब्लयूडी रैस्ट हाऊस करनाल में आयोजित हुई। जिसमें करनाल नगर निगम के तमाम पूर्व पार्षद व कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर के उस ब्यान का सहरायनीय बताया जिसमें उन्होने निगम चुनाव में कांग्रेस के सिम्बल पर करवाने की बात कही है।
सभी कार्यकर्ता व पदाधिकारियों ने कहा कि इससे कांगे्रस और मजबूत है। निगम चुनाव में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को बल मिलेगा। इस बैठक में सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। पंकज पुनिया ने बताया कि अशोक तंवर 27 नवम्बर को करनाल मेें सभी वार्डो का दौरा करगें व निगम में चुनाव लडने के इच्छुक उम्मीदवारों से निगम चुनावों को लेकर विचार विमर्श करेंगे और दिनभर कार्यकताओं के बीच रहते हुए भावी रणनीति तय करेंगे। उन्होने बताया कि इस समय कांगे्रस बहुत ही मजबूत स्थिति में है।
उन्होने कहा कि दो दर्जन से अधिक मेयर केे पद के दावेदार कांगे्रस के पास है और नगर निगम चुनाव में कांगे्रस सभी वार्डो में चुनाव लडक़र अपनी जीत दर्ज करेगी। उन्होने कहा कि बीते चार सालों में मौजूदा भाजपा की सरकार ने प्रदेश के लोगो को प्रलोभन और नारों के सिवाएं कुछ नहीं किया। प्रदेश की जनता भाजपा के मनसूबों को अच्छी तरह समझ चुकी है। पंकज पुनिया ने दावा किया कि देश और प्रदेश में कांग्रेस ही विकास को गति दे सकती है।
उन्होने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर निशाना साधते हुए कहा कि बीते चार सालों में जब मुख्यमंत्री अपने ही विधानसभा क्षेत्र का विकास नहीं कर पाए तो भला पूरे प्रदेश का क्या विकास करेंगे। पुनिया ने यह भी कहा कि करनाल को क्राइम सिटी कहा जाता है। उन्होने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को प्रदेश के विकास से कोई लेना देना नहीं है। सीएम केवल आरएसएस के ईशारों पर चलते है। उन्होने सीएम से सवाल किया कि यदि उनकी करनाल में इतनी लोकप्रियता है तो सरकार नगर निगम के चुृनाव करवाने में देरी क्यों कर रही है।
पंकज पुनिया ने कहा कि कांग्रेस नगर निगम के चुृनावों में जीत दर्ज कर चुनाव अभियान की शुरूआत करेगी और आने वाले विधानसभा चुनाव में जीत का परचम लहराकर प्रदेश में अपनी सरकार बनाएगी। इस अवसर पर कृष्ण शर्मा बसताड़ा, ऊषा तुली पूर्व निगम पार्षद , विनोद ततोरिया पूर्व निगम पार्षद, रानी काम्बोज, संजय कुमार चंदेल, पराग गाबा, सोनिया तंवर, पंकज गाबा, हरजीत संधु (लाडी), जितन्द्र विर्क, मनोज बेगमपुर, नरेश संधु, निशा ततोरिया, रवि काम्बोज, कविता तेजान, नितिन पंवार, भुपेन्द्र नोतना, बिजेन्द्र सैनी, अनिल चौहान, विशाल चनालिया समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।