केंद्र व प्रदेश सरकार डीजल, पेट्रोल के रेट घटा कर आम जनता व गरीबों को राहत प्रदान करे। हरियाणा की अढाई करोड़ जनता मौजूदा सरकार की जनविरोधी नीतियों व सुरसा की तरह लगातार मुंह फैलाए जा रही महंगाई से दुखी व निराश हो चुकी है। यह विचार नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व हरियाणा विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर चौधरी वेद पाल ने घंटाघर चौक पर प्रदर्शन कर रहे एनसीपी व विपक्षी दलों के लोगों को संबोधित करते हुए प्रकट किए।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस, रक्षा बंधन व जन्माष्टमी जैसे त्यौहारों के दिनों में 33 बार पेट्रोल व डीजल के रेट में बढ़ोतरी करके केंद्र सरकार ने 125 करोड़ लोगों का विश्वास तोड़ा है। उन्होंने कहा कि पिछले 43 दिन में पेट्रोल के दाम में 4 रुपए 60 पैसे और डीजल के दाम में 5 रुपए 29 पैसे की बढ़ोतरी हुई है और डीजल की बढ़ोतरी से हर वस्तु महंगी हो जाती है, क्योंकि परिवहन का खर्चा बढ़ जाता है।
उन्होंने कहा कि 2013 के बाद पेट्रोल पर 105 प्रतिशत व डीजल पर 331 प्रतिशत बढ़ोतरी करके केंद्र सरकार ने महंगाई को चरम सीमा पर पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि आज डोलर के मुकाबले रुपए की कीमत 72 रुपए तक पहुंच गई है और रुपए की गिरती कीमत और केंद्र व प्रदेश सरकार की गिरती विश्वसनीयता में लगातार प्रतियोगिता हो रही है कि कौन ज्यादा गिरता है।
उन्होंने कहा कि सारे देश में सभी विपक्षी दल शरद पवार और सोनिया गांधी के नेतृत्व में एकजुट हो रहे हैं और किसान, गरीब व दलित विरोधी भाजपा के प्रति जनता के आक्रोश व गुस्से का नतीजा है कि सारे भारत में बंद पूर्र्णतया सफल रहा और सभी वर्गों व खासतौर पर व्यापारी वर्गाों का काफी सहयोग मिला, जिन्होंने जनविरोधी व मध्यमवर्गीय विरोधी भाजपा के विरूद्ध अपना रोष प्रकट किया।
उन्होंने कहा कि अगली सरकार विपक्षी एकता के सहयोग से बनेगी और जनता के अच्छे दिन आएंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार जुमलों व भाईचारा तोडऩे वाले लोगों की सरकार है। इस अवसर पर प्र्रदेश महासचिव ओमप्रकाश बक्शी, प्रदेश महासचिव व मीडिया प्रभारी विजय पाल एडवोकेट, जिला किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कुलदीप सिंह चीमा, प्रेम सिंह नंबरदार, विकास राणा, हुसैन मूर्तजा, अनिल शर्मा, अशोक दुग्गल, वसीम हैदर, धर्मपाल, मुकेश मेहता, राजेंद्र पाल, संदीप सैनी, जयमल कश्यप व प्रो. जिले सिंह राणा सहित काफी सं या में एनसीपी के पदाधिकारियों ने इस प्रदर्शन में भाग लिया और मौजूदा सरकार के प्रतिदिन के डीजल व पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी का विरोध किया।