इस पावन अवसर पर कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों द्वारा विशिष्ट प्रार्थना का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने भांगड़ा और बोलियों का अद्भुत प्रदर्शन किया जिससे सभी नाचने पर विवश हो गए वही कक्षा नर्सरी से दूसरी के विद्यार्थियों ने भी मिल कर वैशाखी मनाई उनके लिए विशेष ढोल का प्रबंध किया गया जिसमें सभी बच्चे और अध्यापिका मिलकर जमकर थिरके
साथ ही बच्चों को वैशाखी क्यों मनाई जाती हैं से भी अवगत कराया गया तथा उन्हें गेहूं की बालियां तथा बालियों से गेहूं कैसे निकलती है और गेहूं से आटा कैसे बनता है और कैसे फिर आटे से रोटी बनाकर परोसी जाती हैं वही वीरवार को वैशाखी के उपलक्ष में प्राइमरी कक्षा के विद्यार्थी गुरुद्वारा में मत्था टेकने गए तथा वहां पर शबद गायन भी किया और गुरुद्वारे मैं लंगर भी चखा
बच्चों के मन में सभी धर्म सम्मान है यह भावना को सिखाने और ईश्वर के प्रति श्रद्धा भाव को जगाने के लिए वैशाखी के पावन त्योहार पर बच्चे गुरुद्वारे में माथा टेकने पहुंचेl गुरु ग्रंथ साहिब के दर्शन और कीर्तन सुनते समय बच्चों ने अपने सिर को ढका हुआ थाl इस अवसर पर बच्चों के साथ उनकी कक्षा की अध्यापिकाएं थीl बच्चों में अच्छे संस्कार को बढ़ावा देने और धर्म के प्रति आस्था को स्थापित करने की भावना से यह गुरुद्वारा दर्शन कराए गए lअंत में सभी बच्चों को आशीर्वाद स्वरुप प्रसाद दिया गया और विदा किया गया l