हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंघ के चेयरमैन चन्द्रप्रकाश कथूरिया ने कहा है कि प्रदेश में गन्ने की अधिकता को देखते हुए इस बार 15 मई तक हरियाणा की सभी सहकारी मिलें चलेंगी। उसके बाद भी यदि किसानों का गन्ना बकाया रहा तो भी शुगर मिलें बंद नहीं होंगी।
हरियाणा शुगरफैड चेयरमैन आज करनाल शुगर मिल में एम.डी. प्रद्युम्न सिंह व गन्ना अधिकारियों की मीटिंग ले रहे थे। बैठक में श्री कथूरिया ने बताया कि करनाल शुगर मिल द्वारा 1 लाख 20 हजार क्विंटल गन्ने की बाडिंग बढ़ाई गई है, जिसका कलैंडर भी करनाल शुगर मिल द्वारा दो दिन में जारी कर दिया जाएगा। इससे किसानों की परेशानी काफी हद तक दूर होगी।
चेयरमैन श्री कथूरिया ने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि किसानों का गन्ना लेने के लिए शुगरफैड व सरकार गंभीर है। इसके लिए कई आवश्यक व ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। चेयरमैन श्री कथूरिया ने बताया कि अब तक प्रदेश की सहकारी मिलें 344.40 लाख क्विंटल गन्ना क्रश कर चुकी हैं। वर्ष 2017 में इस समय तक 297.32 क्विंटल गन्ना क्रश किया गया था।
उन्होंने बताया कि सरकार व शुगरफैड इस बार गन्ने की अधिकता को लेकर गंभीर थे, इस कारण वर्ष 2018 में 2017 की अपेक्षा 47.08 लाख क्विंटल गन्ना अधिक क्रश किया गया। वहीं पर करनाल शुगर मिल द्वारा भी अब तक 31.28 लाख क्विंटल गन्ना क्रश किया गया। इस बार करनाल शुगर मिल लगभग 8 लाख क्विंटल गन्ना अधिक क्रश किया गया।
चेयरमैन श्री चन्द्रप्रकाश कथूरिया ने कई विषयों पर शुगर मिल अधिकारियों से चर्चा की तथा आदेश दिए कि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी शुगर मिल में नहीं होनी चाहिए। चेयरमैन श्री कथूरिया ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी किसानों को लेकर अति चिंतित हैं। करनाल में लगने वाली नई शुगर मिल को लेकर सभी कागजी कार्यवाही पूरी हो चुकी है। शीघ्र ही टैंडर प्रक्रिया शुरू कर नई शुगर मिल का काम शुरू होगा।