रोटरी क्लब करनाल मिडटाउन द्वारा श्रद्धानंद अनाथालय में बच्चों की कैरियर काउंसलिंग के लिए गोष्ठी का आयोजन किया गया। लगभग 80 बच्चों को जीवन में सही दिशा में आगे बढऩे और लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ टिप्स दिए गए। क्लब की अध्यक्ष नूतन नारंग ने विद्यार्थियों को बताया कि 10वीं कक्षा तक सभी विषय पढऩे पढ़ते हैं और फिर उसके बाद तीन शृंखला बन जाती हैं, जिसमें हुमेनिटी, कामर्स और विज्ञान तथा साइंस में मेडिकल व नॉन मेडिकल शामिल होते हैं।
इससे विद्यार्थियों को अपनी रूचि पर आधारित विषय को चुनने का अवसर मिलता है। सेना से आर्मी एजुकेशन कोर्स से रिटायर्ड कर्नल डीएल सचदेवा ने कहा कि उन्होंने कहा करियर काउंसलिंग को चार विभागों में विभाजित किया गया है। आईक्यू, एचीचयूट, इंटरस्ट और पर्सनेलेटी डेवेलपमेंट। विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा के अनुसार कोर्स का चयन करना चाहिए।
उन्होंने बच्चों को व्यकित्व विकास के लिए टिप्स दिए। इस मौके पर रिटायर्ड वाइस चांसलर डा. एमएल मदान ने कहा कि विद्यार्थी अपने जीवन में लक्ष्य निर्धारित करें और अपने उस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करके सच्ची लगन से पढ़ाई करें लक्ष्य प्राप्त होना निश्चित है। विद्यार्थियों से सवाल जवाब करने पर अधिकतर विद्यार्थियों ने इंजीनियरिंग और विज्ञान में अपनी रूचि दिखाई।
लंदन से आए मास्टर अनीष कुमार ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्टीव पॉल जॉब्स की कहानी सुनाई। स्टीव पॉल ने अनाथ होने के बावजूद कड़ी मेहनत करके आईफॉन का निर्माण किया। मास्टर अनीष ने बच्चों को कम्यूटर लर्निंग बारे बच्चों को जागरूक किया। रोटरी क्लब करनाल मिडटाउन के अन्नापूर्णा अभियान के तहत सभी सदस्यों ने बच्चों के साथ रात्रि भोज किया।
इस अवसर पर नूतन नारंग, डा. वीके कालड़ा, सुभाष नारंग, डा.वीएस रैना, डा. मोतीलाल मदन, विनोद मलिक, सरला मदन, उर्मिल सचदेवा, इकबाल जगिया, कर्नल डीलए सचदेवा, रंजना रैना, गीतांजलि नारंग, सुनीता जगिया, संजीव कुमार, मास्टर अनीष यूके, अरनव व रेनू कालड़ा मौजूद रहे।