करनाल के डॉग प्रेमियों के लिए रविवार का दिन बेहद खास रहा, जब सेक्टर-5 स्थित कम्युनिटी सेंटर में एक दिवसीय भव्य डॉग शो का आयोजन किया गया। इस शो में न केवल करनाल, बल्कि दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के विभिन्न शहरों से ब्रीडर्स अपनी सबसे अनूठी और कीमती डॉग ब्रीड्स लेकर पहुंचे। शो का मुख्य उद्देश्य लोगों को कुत्तों की विभिन्न नस्लों, उनके स्वभाव और उनके रखरखाव के बारे में जागरूक करना था।
समारोह में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र ‘चाऊ चाऊ’ नस्ल के कुत्ते रहे। अपनी भालू जैसी बनावट और बैंगनी (पर्पल) रंग की जीभ के लिए मशहूर इस ब्रीड के साथ बच्चों और बड़ों ने जमकर सेल्फी ली। ब्रीडर्स ने बताया कि चाऊ चाऊ एक बेहद शांत और कम मेंटेनेंस वाली नस्ल है, जो अपार्टमेंट और छोटे घरों के लिए एकदम उपयुक्त है। इसके अलावा, साइबेरियन हस्की ने अपनी चमकदार नीली आंखों और फुर्तीले स्वभाव से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। हस्की के बारे में जानकारी साझा करते हुए मालिकों ने बताया कि यह एक बेहद सक्रिय और खेलने वाली नस्ल है।
छोटे कुत्तों (टॉय ब्रीड्स) की श्रेणी में शिट्ज़ु और टॉय पुडल का दबदबा रहा। ये कुत्ते अपनी खिलौने जैसी बनावट और दोस्ताना व्यवहार के कारण परिवारों की पहली पसंद बने हुए हैं। दिल्ली से आई एक ओनर अपनी ‘लासा एप्सो’ नस्ल के साथ पहुंचीं, जो दुनिया की सबसे पुरानी नस्लों में से एक मानी जाती है। उन्होंने बताया कि तिब्बती मूल की यह नस्ल अपनी वफादारी और बुद्धिमानी के लिए जानी जाती है।
शो में बड़े कुत्तों की श्रेणी में जर्मन शेफर्ड और गोल्डन रिट्रीवर जैसे लोकप्रिय कुत्ते भी शामिल हुए। कुरुक्षेत्र से आए एक प्रतिभागी ने अपने ढाई साल के जर्मन शेफर्ड को इस तरह ग्रूम किया था कि वह दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बना रहा। आयोजकों और विशेषज्ञों ने डॉग ओनर्स को टिप्स दिए कि किस तरह वे अपने पालतू जानवरों का स्वास्थ्य और हाइजीन बनाए रख सकते हैं।
इस डॉग शो में न केवल पालतू जानवरों का प्रदर्शन हुआ, बल्कि लोगों को यह समझने का मौका भी मिला कि डॉग्स केवल एक पालतू जानवर नहीं, बल्कि परिवार के एक वफादार सदस्य की तरह होते हैं। ब्रीडर्स ने ऑल इंडिया डिलीवरी और ब्रीडिंग सर्विसेज के बारे में भी जानकारी साझा की। भारी संख्या में पहुंचे दर्शकों ने इस आयोजन को एक शानदार अनुभव बताया और उम्मीद जताई कि ऐसे शो भविष्य में भी आयोजित होते रहेंगे।