- जालंधर निवासी कार्तिक का दिल्ली से 8 तारीख को हुआ था अपहरण, 12 दिन बाद करनाल में मिला।
- किडनैपर्स ने युवक को नशीली गोलियां खिलाकर रखा बेहोश और जमकर की मारपीट।
- चलती गाड़ी से मयूर ढाबे के पास फेंककर हुए फरार; पुलिस ने घायल को अस्पताल में कराया भर्ती।
- पीड़ित की हालत नाजुक, पुलिस जांच में जुटी कि क्या यह फिरौती का मामला है या रंजिश।
करनाल: हरियाणा के करनाल में नेशनल हाईवे पर एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ दिल्ली से अगवा किए गए पंजाब के एक युवक को किडनैपर्स अधमरी हालत में फेंककर फरार हो गए। पीड़ित की पहचान जालंधर की बस्ती शेख कॉलोनी निवासी कार्तिक (पुत्र राकेश कुमार) के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, कार्तिक 7 दिसंबर को किसी काम के सिलसिले में जालंधर से दिल्ली गया था, जहाँ 8 दिसंबर को चार-पांच अज्ञात लोगों ने नशीली दवा सुंघाकर उसका अपहरण कर लिया था।
घटना की जानकारी तब मिली जब डायल 112 की टीम को नेशनल हाईवे पर मयूर ढाबे के पास एक युवक घायल और अचेत अवस्था में मिला। पुलिस के अनुसार, किडनैपर्स ने कार्तिक को पिछले 12 दिनों से बंधक बनाकर रखा था। उसे लगातार नशीली दवाइयां और गोलियां खिलाई जाती थीं ताकि वह होश में न आ सके। जब भी उसे थोड़ा होश आता, अपहरणकर्ता उसे फिर से नशा दे देते और उसके साथ मारपीट करते थे। कार्तिक के शरीर पर चोटों के गहरे निशान पाए गए हैं।
सदर थाना पुलिस ने मौके पर पहुँचकर युवक को तुरंत करनाल के सरकारी अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। प्राथमिक पूछताछ में कार्तिक ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उसे कई दिनों तक अलग-अलग जगहों पर घुमाया और टॉर्चर किया। फिलहाल उसकी हालत ऐसी नहीं है कि वह विस्तार से जानकारी दे सके, लेकिन उसने अपना नाम और पता स्पष्ट किया है। पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अपहरणकर्ताओं का उद्देश्य क्या था—क्या यह फिरौती के लिए किया गया अपहरण था या इसके पीछे कोई पुरानी रंजिश है।
सदर थाना के सब-इंस्पेक्टर ने बताया कि युवक अभी पूरी तरह होश में नहीं है और नशीली दवाओं के प्रभाव के कारण सही ढंग से बयान नहीं दे पा रहा है। पुलिस ने जालंधर में उसके परिवार से संपर्क साधने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और दिल्ली पुलिस से भी इस संबंध में जानकारी साझा की गई है ताकि अपहरण के मूल स्थान का पता लगाया जा सके। पुलिस मयूर ढाबे और हाईवे के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है ताकि उस गाड़ी की पहचान की जा सके जिससे कार्तिक को नीचे फेंका गया था। मामले की गहनता से छानबीन जारी है।