करनाल: करनाल के आईटीआई चौक पर हरियाणा रोडवेज की एक बस की चपेट में आने से आईटीआई का एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना के बाद साथी विद्यार्थियों ने बस स्टैंड पर पहुँचकर जमकर हंगामा किया और बस चालक पर जानबूझकर लापरवाही बरतने के गंभीर आरोप लगाए। घायल छात्र की पहचान लकी के रूप में हुई है, जो बिजना गाँव का रहने वाला है और स्थानीय आईटीआई में पढ़ाई करता है।
छात्रों के आरोप और घटनाक्रम
पीड़ित छात्र लकी और उसके साथियों का कहना है कि शाम करीब 5:00 बजे जब वे घर जाने के लिए आईटीआई चौक पर बस का इंतज़ार कर रहे थे, तब हरियाणा रोडवेज की बस आई। छात्रों का आरोप है कि बस चालक ने बस को निर्धारित स्थान पर रोकने के बजाय आगे बढ़ा दिया। जब लकी चलती बस में चढ़ने का प्रयास करने लगा, तो चालक ने अचानक बस की रफ्तार (रेस) बढ़ा दी। इस कारण लकी का हाथ बस से छूट गया और वह नीचे गिर गया, जिससे बस का पिछला टायर उसके पैर के ऊपर से निकल गया।
साथी छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि रोडवेज के चालक और परिचालक अक्सर आईटीआई चौक पर बसें नहीं रोकते हैं। छात्रों का कहना है कि उनके पास वैध बस पासेज होने के बावजूद उन्हें बसों में चढ़ने के लिए संघर्ष करना पड़ता है और कर्मचारी उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। छात्रों ने दावा किया कि जब उन्होंने चालक को छात्र के घायल होने की बात कही, तो चालक ने उन्हें धमकी दी और अपशब्द कहे।
बस चालक का पक्ष
दूसरी ओर, बस चालक धर्मेंद्र सिंह ने छात्रों के आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है। चालक का कहना है कि वह दिल्ली से आ रहा था और उसने आईटीआई चौक पर बस रोकी थी, जहाँ से करीब 40 से 50 छात्र बस में सवार हुए। चालक के अनुसार, आईटीआई के छात्र बसों में चढ़ते समय बहुत जल्दबाजी करते हैं और अक्सर दरवाज़ों तथा पाइपों पर लटकते हैं।
चालक ने बस की क्षतिग्रस्त स्थिति दिखाते हुए दावा किया कि छात्रों ने बस की खिड़की की कुंडी और अंदर पकड़ने वाले पाइप तक तोड़ दिए हैं। उन्होंने कहा कि छात्र अपनी जान जोखिम में डालकर चलती बसों पर लटकते हैं, जो किसी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। चालक ने अभद्र व्यवहार के आरोप पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने केवल छात्र से यह कहा था कि वह वीडियो बना सकता है और वे जाँच में सहयोग के लिए तैयार हैं।
प्रशासनिक स्थिति
घटना के समय मौके पर पुलिस की कोई टीम मौजूद नहीं थी, जिसको लेकर छात्रों में रोष देखा गया। घायल छात्र को प्राथमिक उपचार के बाद उसके साथी अस्पताल ले गए। छात्रों ने माँग की है कि रोडवेज बसों का आईटीआई चौक पर ठहराव सुनिश्चित किया जाए और चालकों की लापरवाही पर लगाम लगाई जाए। फिलहाल, मामले की आधिकारिक जाँच और पुलिस कार्यवाही का इंतज़ार है ताकि हादसे की वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो सके। यह घटना एक बार फिर सार्वजनिक परिवहन में सुरक्षा और छात्रों तथा रोडवेज कर्मचारियों के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करती है।