करनाल: कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा दिल्ली में आयोजित ‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर महा रैली से करनाल लौटे पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी ने रैली की सफलता और देश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर कई बड़े बयान दिए हैं। उन्होंने रैली में उमड़ी भीड़ की सराहना की और साथ ही हरियाणा कांग्रेस के नेताओं को एकजुट होने की नसीहत दी।
राहुल गांधी की रैली पर प्रतिक्रिया
शमशेर सिंह गोगी ने कहा कि पिछले पाँच-सात सालों में यह तीसरी या चौथी रैली थी, लेकिन आज की रैली में जो जोश और भीड़ देखने को मिली, वह अभूतपूर्व थी। उन्होंने बताया कि पंडाल के अंदर बैठने की जगह नहीं थी, और गेटों के बाहर भी अंदर के लोगों से दोगुनी भीड़ मौजूद थी। उन्होंने इस रैली को ‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर पूरी तरह कामयाब बताया और कहा कि लोगों के चेहरों पर विश्वास और दिल से आया हुआ जोश दिखाई दे रहा था। उनका मानना है कि हरियाणा से भी बड़ी संख्या में लोग रैली में पहुँचे, जो यह दर्शाता है कि यह जोश केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगा।
गुटबाजी छोड़ एकजुट हों कांग्रेसी नेता
हरियाणा कांग्रेस में चल रही गुटबाजी पर बोलते हुए गोगी ने कहा कि उनके हिसाब से यह गुटबाजी नहीं है, लेकिन इस बात से सहमत हैं कि नेताओं को एक साथ आना चाहिए। उन्होंने कुमारी शैलजा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला और वीरेंद्र सिंह जैसे बड़े नेताओं का नाम लेते हुए कहा कि जब तक वे एकजुट नहीं होते, तब तक हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनाना दूर की बात है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अर्थ ही ‘एकत्रित’ (इकट्ठ) होता है, और यह बड़े नेताओं की ज़िम्मेदारी है कि वे जनता में यह संदेश दें कि वे एक हैं। उन्होंने ज़ोर दिया कि जनता के बीच एकता का संदेश जाना ही चाहिए तभी सरकार बन पाएगी।
इलेक्शन कमीशन और ‘वोट चोरी’ पर गंभीर सवाल
गोगी ने ‘वोट चोरी’ के मुद्दे को परिभाषित करते हुए कहा कि चोरी का मतलब केवल जेब से पैसे निकालना नहीं है, बल्कि लोकतंत्र के प्रहरी के रूप में संविधान में स्थापित इलेक्शन कमीशन का काम आज निष्पक्ष रूप से नहीं हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि आज देश में कोई कानून नहीं, बल्कि ‘मोदी युग’ चल रहा है। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन की विश्वसनीयता अब वैसी नहीं रही, जैसी होनी चाहिए।
उन्होंने बीजेपी की फंडिंग पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक तरफ बीजेपी के खाते में ₹10,000 करोड़ से भी ज़्यादा हैं, जबकि देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के पास मात्र ₹150 करोड़ हैं। उन्होंने पूछा कि ऐसे में चुनाव कैसे लड़े जाएँगे। उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट द्वारा अवैध घोषित किए गए पैसों की वसूली क्यों नहीं की गई और उसे सरकारी खाते में क्यों नहीं जमा कराया गया।
करनाल में भाजपा कार्यालय सड़क और पेड़ कटाई का मुद्दा
गोगी ने करनाल में भाजपा कार्यालय की तरफ जाने वाली सड़क के निर्माण के लिए 42 पेड़ काटे जाने के मामले को फिर से उठाया। उन्होंने दावा किया कि विधानसभा में और डिप्टी कमिश्नर को पत्र लिखकर सबसे पहले उन्होंने ही यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा हरियाणा सरकार को लगाई गई फटकार और पेड़ दोबारा लगाने के आदेश का स्वागत किया।
उन्होंने सत्ताधारी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पार्टी एक नैरेटिव बनाती है कि ‘पर्ची-खर्ची नहीं’ है, लेकिन फिर इतने बड़े-बड़े दफ्तर और अवैध रास्ते कैसे बनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि जिन अफ़सरों ने उनके पत्र और विधानसभा में उठाए गए सवाल के बावजूद कार्रवाई नहीं होने दी, उनके ख़िलाफ़ भी मुक़दमा दर्ज होना चाहिए। गोगी ने आशंका व्यक्त की कि सत्ता पक्ष ऐसी मानसिकता के लोग हैं कि वे शायद सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भी न मानें, और अगर मान लेते हैं, तो यह समझा जाएगा कि उनमें कुछ सुधार हो रहा है।
शमशेर सिंह गोगी ने राहुल गांधी की रैली को कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नई जान फूंकने वाला बताया, लेकिन हरियाणा में चुनावी सफलता के लिए पार्टी के नेताओं के बीच तत्काल एकजुटता पर ज़ोर दिया। साथ ही, उन्होंने ‘वोट चोरी’ और पर्यावरणीय नियमों के उल्लंघन के मामलों में सरकार और संवैधानिक संस्थाओं की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े किए।