रोड़ महासभा के पूर्व प्रधान के घर पर देर रात चार नकाबपोश बदमाश पहुंचे और घर पर ईंटें बरसाकर परिवार के सदस्यों में दहशत फैला दी। घटना के समय घर के लोग भीतर मौजूद थे और अचानक हुए हमले से बच्चों और महिलाओं में भारी डर का माहौल बन गया।
बताया गया कि बदमाशों ने चेहरा ढका हुआ था और उन्होंने बाहर खड़ी गाड़ियों व घर के बाहर के हिस्से पर भी ईंटें फेंकी, जिससे नुकसान हुआ और आसपास के लोग भी शोर सुनकर इकट्ठा हो गए। परिजन इसे सोची-समझी साजिश बता रहे हैं और सुरक्षा को लेकर चिंता जता रहे हैं।
शिकायत और पुलिस का रुख
परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना देकर शिकायत दर्ज कराई, साथ ही सीसीटीवी फुटेज और अन्य उपलब्ध सुराग भी दिए, जिनमें हमलावरों की गतिविधियां स्पष्ट दिखने की बात कही गई। इसके बावजूद परिजनों का आरोप है कि तीन दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
पीड़ित पक्ष का कहना है कि न तो संदिग्धों को चिन्हित किया गया और न ही किसी आरोपित को पकड़ने के लिए तेज़ छापेमारी या पूछताछ की गई, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। उनका आरोप है कि पुलिस की धीमी कार्यवाही से अपराधियों को गलत संदेश जा रहा है।
परिजनों और समाज की मांग
पूर्व प्रधान व उनके परिवार ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि नकाबपोश बदमाशों की जल्द पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए और उन पर सख्त धाराओं में मामला दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो वे उच्च अधिकारियों से मिलकर मामले को आगे उठाएंगे।
स्थानीय समाज के कुछ प्रतिनिधियों और परिचितों ने भी इस घटना को गंभीर बताते हुए कहा कि सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोगों के साथ ऐसी वारदातें होना चिंता का विषय है। उनका कहना है कि कानून व्यवस्था मजबूत करने और ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करना पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।
सुरक्षा को लेकर चिंता
परिवार ने आशंका जताई कि अगर समय रहते पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो हमलावर दोबारा भी ऐसा कदम उठा सकते हैं, जिससे जान-माल को खतरा बढ़ सकता है। घर के बच्चों और महिलाओं में अभी भी डर का माहौल है और शाम के बाद लोग घर से बाहर निकलने से कतराने लगे हैं।
पीड़ित पक्ष ने पुलिस प्रशासन से यह भी कहा कि गश्त बढ़ाई जाए और इलाके में सीसीटीवी व अन्य सुरक्षा इंतज़ाम मजबूत किए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने भरोसा जताया कि यदि पुलिस सक्रियता से काम करे तो हमलावरों की पहचान कर उन्हें जल्द पकड़ा जा सकता है।