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करनाल के बड़े गांव के पास गन्ने से भरे ट्रैक्टर से 10 वर्षीय बच्चे की मौत हुई।
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हादसे के बाद ट्रैक्टर चालक मौके से फरार, परिजन कुंजपुरा थाने में इंसाफ मांग रहे हैं।
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परिवार का आरोप, रात भर बच्चे का शव नहीं दिखाया, गलत एफआईआर दर्ज की गई।
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जांच अधिकारी के अनुसार मामला 112 कॉल से दर्ज, पोस्टमार्टम व तफ्तीश जारी है।
करनाल के बड़े गांव के नजदीक गन्ने से भरे ट्रैक्टर की चपेट में आने से लगभग 10–14 वर्ष के एक बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई। परिजनों के अनुसार बच्चा रात करीब 8 बजे के आसपास सड़क पर था, तभी गन्ने से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने उसे टक्कर मार दी और मौके पर ही उसकी जान चली गई।
परिवार का कहना है कि हादसे के बाद ट्रैक्टर चालक मौके से ट्रैक्टर समेत फरार हो गया और अब तक उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है। परिजन आरोप लगा रहे हैं कि न तो उन्हें बच्चे का सही समय पर दर्शन कराए गए और न ही पोस्टमार्टम तथा कानूनी प्रक्रिया को लेकर उन्हें स्पष्ट जानकारी दी गई।
मृतक के माता-पिता और परिजनों ने बताया कि बच्चा घर का बड़ा बेटा था और अब तक उसे किसी तरह की गंभीर चोट भी कभी नहीं लगी थी। परिवार बेहद गरीब हालात में जीवनयापन कर रहा है और उनका कहना है कि न तो उनके पास पैसा है, न ही वे अपने बच्चे का शव देख पा रहे हैं, जिस कारण उनका दुख और बढ़ गया है।
बच्चे की मां ने रोते-बिलखते कहा कि हादसे के बाद से अब तक उन्हें अपने बच्चे का शव तक नहीं दिखाया गया, जबकि घटना के तुरंत बाद मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें यह कहकर टाला जा रहा है कि बाद में शव दिखाया जाएगा, जिससे परिजनों का आक्रोश और बढ़ गया है।
बच्चे के पिता ने बताया कि वे दूध लेने जा रहे थे, तभी उनके बेटे ने कहा था कि “पापा, आप दूध लेकर आओगे तो मैं तुम्हारे साथ चलूंगा”, लेकिन कुछ ही देर बाद उन्हें हादसे की सूचना मिली। पिता ने कहा कि जब वे मौके पर पहुंचे तो पुलिस और लोग मौजूद थे, लेकिन उन्हें बच्चे का चेहरा तक नहीं देखने दिया गया और पूरी रात बच्चे के शव को फार्म हाउस पर ही बंद रखा गया।
परिवार का आरोप है कि मामले में गलत एफआईआर दर्ज की गई है और असली तथ्य छुपाए जा रहे हैं। उनका कहना है कि ट्रैक्टर मालिक और चालक का चेहरा तक सामने नहीं आने दिया जा रहा और न ही उन्हें मीडिया या परिजनों के सामने लाया जा रहा है। परिजनों ने ट्रैक्टर मालिक और चालक दोनों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
परिवार के मुखिया और रिश्तेदारों ने यह भी बताया कि वे आर्थिक रूप से इतने कमजोर हैं कि अंतिम संस्कार और कानूनी लड़ाई तक के लिए उनके पास साधन नहीं हैं। उनका कहना है कि वे सिर्फ इतना चाहते हैं कि उनके बच्चे को न्याय मिले, दोषी की पहचान हो और उस पर सख्त कार्रवाई की जाए।
कुंजपुरा थाने के बाहर बच्चे के माता-पिता, भाई-बहन और अन्य परिजन हाथ जोड़कर इंसाफ की गुहार लगाते हुए नजर आए। सभी का कहना है कि जब तक उन्हें सही कार्रवाई और पारदर्शिता नजर नहीं आती, वे थाने और प्रशासन से न्याय की मांग जारी रखेंगे।
मौके पर मौजूद जांच अधिकारी दलबीर ने बताया कि बड़े गांव के पास से 112 नंबर पर सूचना मिली थी कि गन्ने से लदी एक अज्ञात ट्रैक्टर-ट्रॉली ने बच्चे को टक्कर मारी है। अधिकारी के अनुसार ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया और पुलिस ने बच्चे के शव को सरकारी एंबुलेंस से मछली हाउस में रखवाया है, जहां अब पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
जांच अधिकारी ने बताया कि मृतक बच्चे की उम्र करीब 10 साल है और फिलहाल पोस्टमार्टम लंबित है। उन्होंने कहा कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर ट्रैक्टर और चालक की पहचान के लिए तफ्तीश जारी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की पहचान होते ही उसके खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परिवार का दर्द, आर्थिक तंगी और बच्चे की असमय मौत ने पूरे क्षेत्र में संवेदना और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है। परिजन बार-बार यही मांग दोहरा रहे हैं कि उन्हें उनके बच्चे का अंतिम दर्शन कराया जाए, सही केस दर्ज हो और दोषी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दिलाई जाए।