- करनाल के 24–26 वर्षीय साहिल ने मॉडल टाउन पार्क में कथित तौर पर ज़हर खाकर जान दी, डायरी में ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप।
- परिजनों का दावा: पत्नी लक्ष्मी, ससुर अमन, सास मीना और साले हर्ष लगातार धमकाते, मारपीट करते और झूठे दहेज केस में फंसाने की बात कहते थे।
- कुछ दिन पहले पत्नी जेवर लेकर मायके चली गई, बच्चे को रेलवे स्टेशन पर छोड़ गई; साहिल पर दहेज व साज़िश की शिकायत भी दर्ज हुई।
- परिवार ने चारों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई और जेल की मांग की, पुलिस ने सुसाइड नोट व मोबाइल रिकॉर्डिंग कब्जे में लेकर जांच शुरू की।
करनाल: हांसी रोड स्थित गली नंबर 11 में रहने वाले 24–26 वर्षीय युवक साहिल की संदिग्ध हालात में मौत के बाद उसके परिजनों ने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। परिजनों के अनुसार साहिल ने माल्टाउन पार्क में जहरनुमा पदार्थ खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली और एक डायरी में 3–4 पन्नों का नोट लिखकर ससुराल वालों द्वारा की जा रही कथित प्रताड़ना और धमकियों का ज़िक्र किया।
परिजन बताते हैं कि साहिल की शादी वर्ष 2022 में सोनीपत के पत्थर वाली गली, आर्यन नगर निवासी लक्ष्मी से हुई थी, जिसके पिता का नाम अमन, मां मीना और भाई हर्ष बताया गया है। पिता अनिल कुमार का कहना है कि शादी शुरुआत से ही तनावपूर्ण रही, “पहले दिन से” ही उसके साले ने गालियां दीं, और तीन साल के वैवाहिक जीवन में बहू अधिकतर समय अपने मायके में ही रही, लगभग डेढ़–दो साल तक वहीं रहने की बात परिजन कर रहे हैं।
परिजनों के अनुसार कुछ दिन पहले लक्ष्मी अपने मायके गई और “सारे जेवर लेकर चली गई” तथा धमकी दी कि अगर साहिल वहां आया तो वह आत्महत्या कर लेगी, जिसके बाद साहिल मानसिक रूप से बेहद परेशान रहने लगा। परिवार का आरोप है कि ससुराल पक्ष की ओर से साहिल और उसके माता–पिता को जान से मारने और जेल में डलवाने की धमकियां दी जाती थीं, यहां तक कि वे दो बार उनके घर आए और मारपीट भी की, जिसमें साहिल के माता–पिता को भी पीटा गया।
अनिल कुमार ने बताया कि साहिल का एक छोटा बेटा भी है, जिसे उसकी पत्नी रेलवे स्टेशन पर छोड़कर चली गई और तब से सारा पालन–पोषण ननिहाल की बजाय दादा–दादी कर रहे हैं। परिजनों का आरोप है कि लक्ष्मी न तो घर का काम करती थी, न समय की पाबंदी थी, और उसके मानसिक स्वास्थ्य या स्वभाव संबंधी कई बातें शादी से पहले नहीं बताई गईं, जबकि शादी पूरी तरह अरेंज मैरिज थी; बीच में रिश्ता कराने वाले बिचौलिए ने भी लगभग ₹50,000 लिए थे।
परिवार का कहना है कि साहिल पर झूठे दहेज उत्पीड़न और हत्या की साज़िश जैसे आरोप लगाते हुए सोनीपत थाने में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें लिखा गया कि “दहेज मांगा जा रहा है” और “रिश्तेदार मिलकर मारना चाहते हैं”। पिता के मुताबिक, इस केस से साहिल बेहद टूट गया और उसे डर था कि उसकी पत्नी के आरोपों के चलते उसके परिवार को जेल जाना पड़ेगा, इसी मानसिक दबाव में उसने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।
अनिल कुमार ने कहा कि साहिल ने जो डायरी लिखकर छोड़ी है, उसमें ससुर अमन, सास मीना, साले हर्ष और पत्नी लक्ष्मी के नाम स्पष्ट रूप से लिखकर उन सभी पर लगातार उत्पीड़न, मारपीट और जान से मारने की धमकी के आरोप लगाए हैं। यह डायरी और बैग फिलहाल पुलिस कब्जे में हैं, जिनमें दर्ज शब्दों से असली वजह सामने आएगी, हालांकि परिवार को इसकी पूरी कॉपी अभी नहीं मिली।
परिवार ने भावुक होकर कहा कि “उन्होंने ही हमारे लड़के की हत्या की है, इतना हरासमेंट किया कि उसने मरना उचित समझा” और मांग की कि चारों—अमन, मीना, हर्ष और लक्ष्मी—को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाए। उनकी दलील है कि अगर ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो समाज में और भी कई युवाओं का भविष्य खराब होगा और ऐसे केस दोहराए जाएंगे।
परिजनों के अनुसार साहिल नशे से दूर, सिगरेट–बीड़ी तक नहीं पीता था और हंसता–खेलता स्वभाव का था, लेकिन शादी के बाद लगातार मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का शिकार बना। उनका कहना है कि साहिल के मोबाइल में ससुराल पक्ष से हुई कई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी हैं, जो पुलिस ने जब्त कर ली हैं और जांच में अहम साक्ष्य बन सकती हैं।
साहिल की उम्र 24–25 वर्ष के बीच थी और वह करनाल के जीते रोड पर रहता था, जबकि घटना के समय वह माल्टाउन पार्क क्षेत्र में था, जहां उसने कथित तौर पर कोई ज़हरनुमा पदार्थ खाया। पोस्टमार्टम के लिए उसका शव अस्पताल लाया गया और अब परिवार न्याय की मांग कर रहा है कि ससुराल पक्ष की प्रताड़ना और झूठी शिकायत के कारण ही साहिल की जान गई है, इसलिए पुलिस को निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।