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एस.डी. मॉडल स्कूल करनाल में थीम ‘उत्सव 2025’ के साथ धमाकेदार एनुअल डे सेलिब्रेशन।
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725 से अधिक बच्चों की भागीदारी, त्योहारों–कल्चर पर आधारित डांस और एक्ट्स से मंच सजा।
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प्रिंसिपल व मैनेजमेंट ने NEP के अनुरूप स्पोर्ट्स, फाइन आर्ट्स व कल्चरल एक्टिविटीज़ को पढ़ाई से जोड़ा।
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एलुमनाई डॉक्टर्स व IIT स्टूडेंट्स भी पहुंचे, बच्चों को इंस्पायर किया; पेरेंट्स ने इवेंट की खुलकर सराहना की।
करनाल : एस.डी. मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एनुअल फंक्शन ‘उत्सव 2025’ बड़े धूमधाम से मनाया गया, जिसमें स्कूल परिसर को खूबसूरती से सजाकर विभिन्न भारतीय त्योहारों, परंपराओं और कल्चरल विविधता को थीम के रूप में प्रस्तुत किया गया। मंच पर बच्चों ने रंग-बिरंगी वेशभूषा, जोश से भरे डांस और थीमेटिक एक्ट्स के जरिए पूरे माहौल को तालियों और उत्साह से भर दिया, जबकि दर्शक दीर्घा में बैठे पेरेंट्स और गेस्ट्स पूरे समय उत्साहित नजर आए।
कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल मैनेजमेंट द्वारा किए गए इनॉगरेशन के साथ हुई, जहां प्रबंधन, सेक्रेटरी और प्रिंसिपल द्वारा हर छोटी–बड़ी डिटेल पर बारीकी से काम कर फंक्शन को शानदार बनाने की कोशिश साफ दिखी। एंकर के अनुसार, थीम ‘उत्सव’ का उद्देश्य भारत के हर उस त्योहार, परंपरा और कल्चर को सेलिब्रेट करना था जो बच्चों के लिए सीख और आनंद दोनों का माध्यम बनते हैं।
स्कूल के प्रेसीडेंट राहुल कतल ने कार्यक्रम को टीमवर्क की मिसाल बताते हुए कहा कि पिछले डेढ़ महीने से लगातार तैयारी चल रही थी और लगभग 725 छात्रों ने इस इवेंट में भाग लिया। उन्होंने बताया कि मौसम और अन्य चिंताओं के बावजूद, ईश्वर की कृपा और मैनेजमेंट–प्रिंसिपल–टीचर्स व बच्चों की मेहनत से सब कुछ बहुत अच्छे से हुआ और बच्चों ने उम्मीद से बढ़कर परफॉर्म किया।
सेक्रेटरी प्रतीक ने कहा कि पूरे साल भर बच्चों और स्टाफ को इस एनुअल डे का इंतजार रहता है, क्योंकि यही वह मंच है जहां बच्चे पूरे साल में सीखी गई अपनी स्किल्स—चाहे अकैडमिक्स हो, स्पोर्ट्स हों या अन्य एक्टिविटीज—को पेरेंट्स और गेस्ट्स के सामने दिखाते हैं। उन्होंने पेरेंट्स, गेस्ट्स और स्टाफ का धन्यवाद करते हुए कहा कि कम समय की तैयारी के बावजूद बच्चों ने जिस आत्मविश्वास और खूबसूरती से मंच संभाला, उससे साफ है कि एस.डी. मॉडल के बच्चे केवल किताबों तक सीमित नहीं बल्कि हर कैटेगरी में एक्सेल करने को तैयार हैं।
प्रतीक ने यह भी साझा किया कि इस अवसर पर देशभर से कई एलुमनाई भी पहुंचे, जिनमें डॉक्टर और आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में चयनित पूर्व विद्यार्थी शामिल थे। उन्होंने कहा कि ऐसी सफलताएँ वर्तमान छात्रों के लिए प्रेरणा बनती हैं और स्कूल की कोशिश रहती है कि हर बच्चे को उसकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए अकादमिक से लेकर आर्थिक व को–करिकुलर स्तर तक पूरा सपोर्ट दिया जाए।
प्रिंसिपल अमिता ने उत्सव 2025 को “बहुत ही शानदार शाम” बताते हुए कहा कि इस बार बच्चों के पास तैयारी के लिए समय अपेक्षाकृत कम था, फिर भी उन्होंने उम्मीद से बढ़कर परफॉर्म किया। उन्होंने इसका श्रेय मैनेजमेंट, प्रेसीडेंट और बैकस्टेज काम करने वाले मेहनती टीचर्स को दिया, जो मंच के पीछे रहकर भी बच्चों को तैयार करने में दिन–रात लगे रहे।
अमिता ने कहा कि ऐसे फंक्शन केवल परफॉर्मेंस के लिए नहीं, बल्कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) की भावना के अनुरूप बच्चों को टेक्स्टबुक से बाहर निकलकर स्पोर्ट्स, गेम्स, फाइन आर्ट्स और कल्चरल एक्टिविटीज़ के जरिए समग्र विकास का मौका देने के लिए जरूरी हैं। उनके अनुसार, जब बच्चे मंच पर आते हैं तो वे आत्मविश्वास, टीमवर्क, प्रेजेंटेशन और क्रिएटिविटी जैसे गुण सीखते हैं, जो आगे के जीवन में अकादमिक नॉलेज जितने ही महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम में गेस्ट राजन लामा ने भी मंच साझा करते हुए कहा कि ‘उत्सव’ थीम के माध्यम से भारतीय संस्कृति और परंपराओं को छोटे से समारोह में बेहद प्यारी एक्टिविटीज़ से प्रस्तुत किया गया। उन्होंने चेयरमैन राहुल, सेक्रेटरी प्रतीक, प्रिंसिपल अमिता और पूरे स्टाफ की मेहनत की सराहना करते हुए पूरे मैनेजमेंट और बच्चों को सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
बैकस्टेज से दिखाए गए दृश्यों में बच्चे रंग–बिरंगी कॉस्ट्यूम्स में तैयार नज़र आए—कोई भांगड़ा की तैयारी कर रहा था, तो कोई होली डांस में राधा–कृष्ण के रूप में होली खेलने की प्रस्तुति देने वाला था। बच्चों ने बताया कि वे थीम उत्सव के तहत अलग–अलग फेस्टिवल्स को सेलिब्रेट कर रहे हैं और अपने डांस के जरिए दिखाना चाहते हैं कि हमारे त्योहारों के पीछे क्या कहानी और परंपरा छिपी है।
छात्रों ने बातचीत में कहा कि उन्हें इस फंक्शन के ज़रिए भारतीय परंपराओं और त्योहारों के बारे में नई–नई बातें सीखने का मौका मिला और कई के लिए यह पहला एनुअल डे परफॉर्मेंस था, जिसके कारण वे बेहद उत्साहित थे। बच्चों ने कहा कि स्कूल में पढ़ाई के साथ–साथ ऐसे कार्यक्रम उन्हें मंच का अनुभव, कॉन्फिडेंस और टीमवर्क सिखाते हैं, जो आगे की पढ़ाई और करियर में भी काम आएगा।
एस.डी. मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के एनुअल फंक्शन ‘उत्सव’ में बच्चों ने जी–जान से मेहनत की और मैनेजमेंट–स्टाफ–पेरेंट्स–गेस्ट्स सभी ने मिलकर इसे यादगार बना दिया। पूरे कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि स्कूल केवल एकेडमिक रिज़ल्ट के लिए नहीं, बल्कि बच्चों को सर्वांगीण रूप से तैयार करने, संस्कृति से जोड़ने और उनके टैलेंट को मंच देने के लिए भी बराबर प्रतिबद्ध है।