December 5, 2025
25 Nov 14
  • सुबह 5:15 बजे 5 हथियारबंद डकैत शादी वाले घर में घुसे​

  • परिवार को बंधक बनाकर 6 फायर, दूल्हे आदित्य के कंधे पर गोली​

  • दो लॉकरों से 25–30 तोले सोना और कैश लूटकर फरार​

  • एक छिपे फोन से बेटे ने पुलिस बुलवाई, त्वरित रिस्पांस​

  • मनोज पसरीचा ने 3–4 घंटे में कार्रवाई पर करनाल पुलिस को सलाम कहा

करनाल के सुभाष कॉलोनी स्थित मनोज पसरीचा के घर में सुबह-सुबह 4–5 हथियारबंद बदमाश घुस आए और शादी वाले घर में डकैती की बड़ी वारदात को अंजाम दिया। घर में अगले हफ्ते ऑस्ट्रेलिया से आए बेटे आदित्य की शादी होनी थी और परिवार के पांच से छह सदस्य मौजूद थे। बदमाशों ने घर में घुसते ही सभी को गन प्वाइंट पर बंधक बनाया, सोफे पर बैठाया और दीवारों पर गोलियां चलाकर खौफ पैदा किया।​

मनोज पसरीचा ने बताया कि सुबह करीब सवा 5 बजे गेट पर उनकी बहन खड़ी थीं, तभी एक शख्स आया और किसी डॉक्टर का घर पूछने लगा। जब बहन ने बताया कि जिस नाम का डॉक्टर वह पूछ रहा है, वह यहां नहीं रहता, तो उसने “मालिक को बुलाओ” कहा। इतने में चार और लोग अंदर आ गए और गन प्वाइंट पर पूरे परिवार को घर के अंदर ले गए। उस समय घर में कुल पांच लोग थे, बाद में उनकी मां आईं तो उन्हें भी अंदर बिठा लिया गया।​

परिवार समय निकालने की कोशिश कर रहा था, लेकिन बदमाशों ने दबाव बनाने के लिए मनोज के बड़े बेटे आदित्य, जिसकी 4 दिसंबर को शादी है, को कंधे में गोली मार दी। इसके बाद बदमाश उनकी पत्नी का हाथ पकड़कर लॉकर के पास ले गए, धक्के से लॉकर खुलवाया और उसमें रखी ज्वेलरी व कैश ले गए। फिर दूसरे कमरे में जाकर दूसरे लॉकर से भी नकदी और गहने निकाले। मनोज के अनुसार, दो लॉकरों में रखी ज्वेलरी, लगभग 25–30 तोले सोना, चार महिलाओं के जेवर और घर में बिखरे कैश समेत लगभग 10–20 रुपये के छोटे नोट तक सब कुछ ले गए।​

मनोज ने बताया कि बदमाशों के पास हथियार थे और कुल लगभग छह गोलियां चलाई गईं – एक गोली आदित्य को लगी और बाकी गोलियां दीवारों पर चलीं, जिनके निशान अभी भी घर की दीवारों पर हैं। उन्होंने कहा कि पांचों के हाथ में वेपन थे, जो रिवॉल्वर जैसे लग रहे थे। बदमाश आपस में ज्यादातर पंजाबी में बात कर रहे थे, बीच-बीच में हरियाणवी शब्दों का इस्तेमाल भी करते रहे, ताकि भ्रम बना रहे। एक बदमाश ने चेहरे पर काले रंग का मफलर बांधा हुआ था, बाकी खुले चेहरे थे।​

घर की महिलाओं के जेवर उतारने के तरीके पर मनोज ने बताया कि बदमाश सीधे खींचकर गहने निकाल रहे थे और जो जेवर नहीं उतर पाए, उन्हें जबरन खींचने की कोशिश की। उनकी मां ने तक कहा कि “या तो हाथ काट लो या कंगन काट लो”, तब जाकर कुछ चीजें छोड़ी गईं। मनोज ने बताया कि उनकी मां वारदात के बीच में घर पहुंचीं, उन्हें भी तुरंत अंदर खींच कर बिठा लिया गया। पूरे घटनाक्रम से साफ दिखा कि बदमाश पूरी तरह प्रोफेशनल थे – एक मुख्य गेट मॉनिटर कर रहा था, एक गैलरी में खड़ा था और तीन लोग परिवार को पकड़कर बैठे थे।​

वारदात के दौरान बदमाशों ने सभी के मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिए, लेकिन जिस कमरे में परिवार को बंद किया गया, वहां संयोग से एक फोन बचा रहा। मनोज ने छोटे बेटे को कॉल किया, जो बाहर था, और उसे समझदारी से आने व पुलिस को साथ लाने को कहा। बेटा जिम से सीधे पुलिस को लेकर आया। मनोज के अनुसार, उन्हें महसूस हुआ कि जैसे ही पुलिस पहुंची, बदमाश शायद अभी घर के अंदर ही मौजूद थे, लेकिन पुलिस के त्वरित आने से उन्हें भागना पड़ा।​

मनोज ने बताया कि गाड़ी की चाबी पूछने पर बदमाशों को चाबियों की लोकेशन बता दी गई और उन्होंने बाहर खड़ी Verna कार भी अपने साथ ले ली। बाद में गाड़ी को GPS के जरिए लोकेट कर लिया गया और पुलिस ने बरामद कर लिया। मनोज ने कहा कि पुलिस उनके पास से लूटी गई ज्वेलरी, कैश और बाकी सामान की पूरी लिस्ट ले चुकी है और भरोसा दिलाया गया है कि रिकवरी भी की जाएगी।​

उन्होंने बताया कि आदित्य की उम्र 28 वर्ष है, वह करीब 5 साल से ऑस्ट्रेलिया में रह रहा है और उसी की शादी 4 दिसंबर को होनी है। गोली उसी को लगी थी, जिसकी सर्जरी कर गोली निकाली जा चुकी है और अब वह ठीक है। मनोज ने कहा कि बात सिर्फ पैसे की नहीं है, सबसे जरूरी यह है कि ऐसे बदमाश पकड़े जाएं ताकि वे दोबारा किसी और के घर में ऐसी वारदात करने की हिम्मत न कर सकें।​

मनोज पसरीचा ने करनाल के एसपी गंगाराम पुनिया, पुलिस, CIA टीमों और मीडिया का विशेष रूप से धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि आमतौर पर ऐसी वारदातें जल्दी ट्रेस नहीं होतीं, लेकिन इस केस में 3–4 घंटों के भीतर बदमाशों को पकड़ लिया गया, जो अपने आप में रिकॉर्ड तेज कार्रवाई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जरूरत से ज्यादा दिखावे से बचने और शादी व कैश से जुड़ी जानकारी को सीमित रखने की सलाह भी दी, ताकि अपराधी तत्वों को भनक न लगे।

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