गगसीना, करनाल : करनाल के गगसीना गांव की 21 साल की सुमन संधू ने हरियाणा विमेंस क्रिकेट टीम में सिलेक्शन पाकर पूरे प्रदेश और शहर का नाम रोशन कर दिया है। सुमन निशांत पब्लिक स्कूल की छात्रा हैं और बीए फर्स्ट ईयर में पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट के लिए घंटों मेहनत करती हैं। क्रिकेट का जुनून उनके अंदर बचपन से ही रहा, गली क्रिकेट भाई के साथ खेलते-खेलते प्रोफेशनल ट्रेनिंग शुरू की और अब स्टेट टीम में खेलने का सपना साकार हुआ।
सुमन ने बताया कि तीन साल से नियमित क्रिकेट एकेडमी में ट्रेनिंग ले रही हैं, रोज 6 बजे से डेढ़-दो बजे तक बैटिंग और नेट सेशन करती हैं, फिर स्कूल के बाद शाम को दोबारा प्रैक्टिस करती हैं। उनके माता-पिता ने गांव के कंजरवेटिव माहौल के बावजूद हर कदम पर बेटी का सपोर्ट किया, पिता किसान हैं और मां गृहिणी – दोनों ही बेटी की मेहनत और उपलब्धि पर बेहद खुश हैं।
सुमन को मिथाली राज और हरमनप्रीत कौर से प्रेरणा मिली, उन्होंने खुद देखा कि लड़कियों की मेहनत और प्रतिभा आज पूरे देश में सराही जा रही है, और अब वे चाहती हैं कि अपने बेहतर प्रदर्शन से अपने स्कूल, गांव, स्टेट और देश का नाम रोशन करें।
उनके कोच और स्कूल स्टाफ ने सुमन की मेहनत, ईमानदारी, समय प्रबंधन और लगन की सराहना की। कोच ने बताया कि दिन के 24 घंटे में सुमन ने पढ़ाई और खेल दोनों में पूरा संतुलन रखा – सुबह ट्रेनिंग, दोपहर बैटिंग, शाम नेट सेशन, पढ़ाई और स्कूल के बाद वापस फील्ड पर भाग जाना।
सुमन के भाई और पूरे परिवार ने भी सुमन के आत्मविश्वास, गली क्रिकेट से प्रोफेशनल मैदान तक के सफर और स्टेट टीम में पहुंचने पर गर्व जताते हुए भावुक प्रतिक्रिया दी – “घर में मिठाई बांटी, पूरे गांव में खुशी की लहर है।”
स्कूल मैनेजमेंट ने सुमन को शहर का ही नहीं, पूरे प्रदेश और देश का भविष्य बताया है। उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील की कि वे भी अपनी बेटियों को मौके दें, उनकी प्रतिभा को पहचानें, और अगर एक बार मौका दिया जाए तो बेटियां हर मुकाम हासिल कर सकती हैं।
सुमन का पहला मैच त्रिवेंद्रम में होना है और उनके लिए जिला, स्कूल और परिवार की ओर से ढेर सारी शुभकामनाएं दी गई हैं। पूरे करनाल और हरियाणा में सुमन अब उन लड़कियों के लिए मिसाल बन गई हैं, जो सपनों को हासिल करने की चाह रखती हैं।