जिला सचिवालय / करनाल : करनाल के कुंजपुरा रोड पर कुछ दिन पहले हुए मारपीट प्रकरण को लेकर व्यापारी वर्ग में भारी रोष है और इसी सिलसिले में आज मार्केट के तमाम दुकानदार करनाल के विधायक जगमोहन आनंद के साथ एसपी गंगाराम पुनिया से मिलने पहुंचे। मामला उस घटना से जुड़ा है, जिसमें कुंजपुरा रोड स्थित मार्केट में पार्किंग को लेकर हुए विवाद के बाद एक व्यापारी प्रदीप अरोड़ा और उनके चाचा पर कुछ बाहरी युवकों ने डायल 112 की पुलिस मौजूदगी में ही हमला कर दिया था।
मार्केट से पार्षद मूनिक गर्ग और अन्य प्रतिनिधियों ने बताया कि एसपी से मुलाकात के दौरान पूरी घटना की जानकारी दी गई और मांग की गई कि सभी हमलावरों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। एसपी ने व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि एक आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है और बाकी नामजद व वीडियो में दिख रहे युवकों को भी जल्द बुलाकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, साथ ही 112 के स्टाफ की भूमिका की भी जांच होगी क्योंकि वीडियो में उनका व्यवहार संतोषजनक नहीं दिखा।
मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि घटना की शुरुआत पार्किंग के छोटे से विवाद से हुई, जब प्रदीप अरोड़ा के चाचा, जो सुन और बोल नहीं सकते, ने ऊपर अपने रेजिडेंस के बाहर खड़ी गाड़ी हटाने को कहा। आरोप है कि गाड़ी हटाने की बात पर सामने वाले ने उनके सिर पर रॉड से वार किया, उन्हें गंभीर चोट पहुंचाई और बाद में 10–12 लोग दोबारा लौटकर प्रदीप अरोड़ा और उनके चाचा पर धावा बोल गए, जिससे दोनों को अस्पताल ले जाना पड़ा।
दुकानदारों ने रोष जताया कि पहली मारपीट के बाद डायल 112 को कॉल कर मौके पर बुला लिया गया था, लेकिन पुलिस की मौजूदगी में ही हमलावर दोबारा आए और एक निहत्ते व्यापारी को निशाना बनाकर बुरी तरह पीटा गया। कई व्यापारियों ने आरोप लगाया कि पीसीआर स्टाफ स्थिति संभालने में नाकाम रहा और बीच बचाव की जगह सिर्फ खड़ा देखता रहा, जबकि भीड़ को रोकना और हमले को टालना उनकी जिम्मेदारी थी।
मार्केट के प्रतिनिधियों ने एक स्थानीय महिला सुरेंद्र कौर का विशेष रूप से जिक्र किया, जिन्होंने साहस दिखाते हुए बीच में आकर स्थिति को शांत करने की कोशिश की और हमलावरों के सामने डटकर खड़ी हो गईं। व्यापारियों का कहना है कि जिस तरह से उस महिला ने दबंगई से बीच बचाव किया, वैसा रोल पुलिस को निभाना चाहिए था, लेकिन मौके पर असली बचाव आम नागरिक ने किया और वर्दी वाले पीछे हटे दिखे।
प्रदीप अरोड़ा ने बताया कि उनके चाचा के सिर पर गंभीर चोट आई, उनका मेडिकल करवाया गया और खुद उन्हें भी मारपीट में बड़ी चोटें आईं। उन्होंने कहा कि गाड़ियों की पार्किंग को लेकर रोजाना कुछ न कुछ नोकझोंक तो होती रहती है, लेकिन इस बार मामले को बाहर से आए 7–8 युवकों ने गुंडागर्दी में बदल दिया और उन्हें दुकान पर अकेला देखकर हमला बोल दिया।
मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि मीडिया में खबर चलने के बाद ही अधिकांश दुकानदारों को पूरे प्रकरण की गंभीरता का पता चला, क्योंकि सभी अपनी–अपनी दुकानों में व्यस्त रहते हैं। अब व्यापारी समुदाय इस घटना को अपने सम्मान से जुड़ा मामला मानते हुए एकजुट हो रहा है और भविष्य में ऐसी किसी भी घटना पर त्वरित सामूहिक प्रतिक्रिया और पुलिस से बेहतर समन्वय की बात कर रहा है, साथ ही सीसीटीवी और सायरन जैसी सुरक्षा व्यवस्थाएं मजबूत करने की मांग कर रहा है।
खत्री समाज और मार्केट संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने एसपी से मुलाकात के बाद कहा कि यदि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो व्यापारी वर्ग सांकेतिक विरोध के तौर पर शटर डाउन करने पर भी विचार करेगा। उनका कहना है कि जीवन भर शांति से व्यापार करने वाले बुजुर्ग पर इस तरह से रॉड से वार करना और फिर पुलिस के सामने दुबारा हमला करना सीधे–सीधे कानून व्यवस्था को चुनौती है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विधायक जगमोहन आनंद ने एसपी से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए साफ कहा कि शहर के किसी भी व्यापारी को बाहर से आए गुंडा तत्वों के भरोसे नहीं छोड़ा जाएगा और जो भी इस तरह का माहौल बनाकर हफ्ता वसूली या दबाव बनाने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि एसपी ने दो लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है और वीडियो फुटेज में दिखने वाले बाकी 10–11 लोगों की पहचान कर उन्हें भी समान धाराओं में नामजद करने का आश्वासन दिया है।
विधायक ने डायल 112 की भूमिका पर उठे सवालों पर कहा कि एसपी ने डीएसपी स्तर के अधिकारी को मामले की जांच सौंप दी है और यदि किसी पुलिसकर्मी की लापरवाही या कर्तव्यहीनता पाई गई तो उसके खिलाफ भी विभागीय व कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने व्यापारियों की मांग पर कुंजपुरा रोड क्षेत्र में नियमित पीसीआर गश्त, एक राइडर की तैनाती, पार्किंग व्यवस्था सुधारने और फ्लाईओवर निर्माण से जुड़ी धूल व बैरिकेडिंग की समस्याओं के समाधान के लिए भी प्रशासनिक स्तर पर कदम उठाने का भरोसा दिलाया।
अंत में, विधायक जगमोहन आनंद ने व्यापारियों से अपील की कि किसी भी घटना या अव्यवस्था की जानकारी तुरंत उन्हें और पुलिस प्रशासन को दें, ताकि शुरुआती स्तर पर ही स्थिति को संभाला जा सके। उन्होंने कहा कि करनाल में कानून–व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं होने दिया जाएगा और व्यापारी वर्ग को न डरने की जरूरत है, न झुकने की, क्योंकि सरकार और प्रशासन उनकी सुरक्षा और सम्मान के साथ खड़े हैं।