करनाल की पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र में देर रात प्रॉपर्टी विवाद को लेकर पुलिस की दो डायल 112 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। आसपास के लोगों व रिपोर्टर ने बताया कि वहां पहले से तैनात सिक्योरिटी गार्ड्स ने कुछ लोगों की गतिविधियों पर शक होने पर पुलिस को सूचना दी थी।
बैंक ने दिन में ही प्रॉपर्टी अपने कब्जे में ली
जानकारी के अनुसार, संबंधित प्रॉपर्टी पर केनरा बैंक का लोन चल रहा था और लोन न चुकाने पर कोर्ट के आदेश के बाद बैंक ने प्रॉपर्टी पर कब्जा ले लिया। दोपहर के समय बैंक अधिकारियों की मौजूदगी में दुकानों पर ताले व सील लगा दिए गए थे और बैंक की ओर से सिक्योरिटी गार्ड यहां तैनात किए गए थे।
सिक्योरिटी गार्ड्स ने 10–12 लोगों के आने का लगाया आरोप
रात में ड्यूटी पर मौजूद सिक्योरिटी गार्ड्स का कहना था कि 10–12 लोग, जिनमें दो–तीन महिलाएं भी शामिल थीं, मौके पर पहुंचे। गार्ड्स के अनुसार, उन लोगों ने उनकी फोटो खींची, नाम पूछा और उन्हें आशंका हुई कि शायद ताला तोड़ने या कब्जा करने की नीयत से आए हैं, जिस वजह से उन्होंने घबराकर डायल 112 पर फोन कर दिया।
पुलिस ने कहा – घबराकर समय से पहले फोन किया
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दिन में भी इसी प्रॉपर्टी से जुड़ा मामला दर्ज हुआ था, जिसमें ताला तोड़ने के आरोप में कुछ लोगों के खिलाफ नामजद केस हुआ है। रात की घटना पर पुलिस का मानना है कि सिक्योरिटी गार्ड्स जल्दबाज़ी और घबराहट में थे, जबकि मौके पर मौजूद लोगों ने भी कहा कि किसी ने ताला नहीं तोड़ा और न ही किसी तरह की मारपीट या धमकाने की घटना हुई।
कोर्ट के आदेश पर बैंक को दिलवाया गया कब्ज़ा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह मामला स्टेट बनाम पार्टियों के तौर पर कोर्ट में चल रहा था, जिसमें केनरा बैंक ने केस जीता है। माननीय कोर्ट द्वारा डीसी, एसपी और एसएचओ को बैंक की मदद करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए थे, जिसके तहत दोपहर में पुलिस की मौजूदगी में बैंक को प्रॉपर्टी पर कब्जा दिलवाया गया और पुराने ताले तोड़कर नए ताले व सील लगाई गई।
दूसरे पक्ष द्वारा पहले भी ताला तोड़ने के आरोप
पुलिस ने बताया कि दिन में बैंक मैनेजर सुभाष की शिकायत पर एक पक्ष के चार–पांच लोगों के नाम पर ताला तोड़ने का केस दर्ज किया जा चुका है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस प्रॉपर्टी पर बीते कई महीनों से विवाद चल रहा है और पहले भी कई बार ताले टूटने की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कभी बैंक व कभी अन्य पक्षों की ओर से ताले बदले गए हैं।
पड़ोसियों ने कहा – मालिक अपनी प्रॉपर्टी देखने आए थे
मौके पर मौजूद एक स्थानीय निवासी ललित गाबा ने स्वीकार किया कि प्रॉपर्टी के मालिक पक्ष के लोग परिवार सहित वहां आए थे। उनका कहना था कि वे सिर्फ अपनी प्रॉपर्टी देखने और वीडियो बनाने आए थे, किसी तरह का ताला तोड़ने या झगड़े की कोशिश नहीं की गई, और न ही सिक्योरिटी गार्ड्स से बदतमीज़ी या मारपीट हुई।
पुलिस ने सिक्योरिटी गार्ड्स को दी नसीहत
पुलिस अधिकारियों ने सिक्योरिटी गार्ड्स को समझाया कि उनका काम सिर्फ ड्यूटी करना, निगरानी रखना और किसी वास्तविक खतरे पर ही पुलिस को सूचित करना है। उन्हें भरोसा दिलाया गया कि अगर भविष्य में कोई ताला तोड़ने, धमकाने या मारपीट की घटना होती है तो पुलिस तुरंत उनकी मदद के लिए पहुंचेगी, लेकिन बिना वजह घबरा कर पुलिस का समय बर्बाद नहीं करना चाहिए।
लोगों से की अपील – पुलिस का समय व्यर्थ न करें
रिपोर्ट के अंत में अपील की गई कि लोग प्रॉपर्टी विवाद जैसे संवेदनशील मामलों में कानून व कोर्ट की प्रक्रिया पर भरोसा रखें। साथ ही यह संदेश दिया गया कि जरूरत पड़ने पर ही डायल 112 पर कॉल करें और बिना ठोस कारण के पुलिस की गाड़ियां मौके पर बुलाकर सिस्टम का समय और संसाधन व्यर्थ न करें।