करनाल: दिल्ली–चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर नई अनाज मंडी के सामने फ्लाईओवर पर खड़े एक खराब ट्रक से पीछे से कार के टकरा जाने से बड़ा हादसा होते–होते टल गया। जोरदार टक्कर में कार का आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और एयरबैग खुल गए, जबकि कार चालक को हाथ में फ्रैक्चर और चेहरे पर शीशे के टुकड़ों से चोटें आईं।
पंचर ट्रक के पीछे घुसी कार, एयरबैग खुलने से टली बड़ी जानलेवा चोट
मौके की तस्वीरों में साफ दिखा कि फ्लाईओवर पर एक कैंटर/ट्रक खराब हालत में खड़ा था, जिसका आगे वाला टायर पंचर था और ड्राइवर जैक लगाकर टायर बदलवाने/पंचर बनवाने में लगा हुआ था। इसी दौरान पीछे से आ रही एक करनाल नंबर की कार अचानक ट्रक के पीछे जा घुसी। टक्कर इतनी तेज थी कि कार का फ्रंट हिस्सा बुरी तरह डैमेज हो गया और फ्रंट–साइड एयरबैग्स खुल गए, जिससे ड्राइवर की जान को बड़ी चोट से बचाव हुआ।
टक्कर के बाद कार के बोनट, बंपर, हेडलाइट्स और फ्रंट विंडशील्ड के टुकड़े हाईवे पर बिखरे दिखाई दिए, जबकि कार के भीतर खून के धब्बे भी नजर आए।
बाइक को बचाने के चक्कर में फर्स्ट लेन से सीधे खड़े ट्रक में टक्कर
घटना के बारे में प्राथमिक जानकारी में बताया गया कि कार चालक पहली लेन (फास्ट लेन) में चल रहा था और उसी के आगे एक बाइक चल रही थी। बाइक को बचाने के चक्कर में कार चालक ने अचानक कट मारा और फर्स्ट लेन से थर्ड लेन की ओर कार घुमा दी, जहां साइड में खराब ट्रक खड़ा था। इसी दौरान कार सीधे ट्रक के पिछले हिस्से में जा भिड़ी।
ट्रक ड्राइवर ने बताया, “मेरी गाड़ी का अगला टायर पंचर हो गया था, मैंने गाड़ी साइड में खड़ी की, जैक चढ़ाया और बाहर निकला ही था कि फर्स्ट लाइन से बंदा आया और गाड़ी सीधे इसमें लगा दी। वह बाइक वाले को बचाने के चक्कर में था।”
कार में अकेला था चालक, हाथ में फ्रैक्चर और चेहरे पर चोट
ट्रक ड्राइवर साकिब के अनुसार, कार में सिर्फ एक ही व्यक्ति था, जो करनाल का रहने वाला है। टक्कर के बाद उसके हाथ में फ्रैक्चर और चेहरे पर कांच लगने से चोटें आईं। हालांकि, वह चलने–फिरने की स्थिति में था और उसके परिजन मौके पर पहुंचकर उसे अस्पताल लेकर चले गए।
गनीमत यह रही कि हादसे के समय कार में कोई और सवार नहीं था, अन्यथा नुकसान और अधिक गंभीर हो सकता था।
पुलिस, डायल 112 और हाईवे अथॉरिटी की टीम मौके पर, बैरिकेडिंग कर रास्ता डायवर्ट
हादसे की सूचना मिलते ही डायल 112 की दो गाड़ियां और हाईवे पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिसकर्मियों ने सबसे पहले घायलों को अस्पताल भिजवाने की व्यवस्था करवाई और फिर हाईवे पर खड़ी कार और ट्रक के आसपास बैरिकेडिंग करके रास्ते को डायवर्ट करना शुरू किया, ताकि कोई दूसरा वाहन इनसे टकराकर नया हादसा न कर बैठे।
नेशनल हाईवे होने के कारण क्रेन (कन) भी मौके पर बुलवाई गई, ताकि क्षतिग्रस्त कार और खड़े ट्रक को जल्द से जल्द साइड में किया जा सके और ट्रैफिक सामान्य हो सके।
ट्रैफिक नियमों और सावधानी की फिर जरूरत याद दिलाता हादसा
यह हादसा एक बार फिर यह संदेश देता है कि हाईवे पर वाहन चलाते समय अचानक कट मारकर लेन बदलना, विशेषकर फ्लाईओवर पर, कितना खतरनाक हो सकता है। बाइक जैसी छोटी गाड़ी को बचाने की कोशिश में भी बिना सुरक्षित दूरी और सिचुएशन को आंके अचानक लेन बदलना खुद चालक और अन्य लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
आम लोगों से अपील कि हाईवे पर चलते समय हमेशा स्पीड लिमिट, लेन अनुशासन और आगे–पीछे की दूरी का विशेष ध्यान रखें, और खराब या खड़े वाहनों के आसपास अतिरिक्त सावधानी बरतें, ताकि इस तरह के हादसों की संख्या में कमी लाई जा सके।