करनाल: कुंजपुरा रोड, नेवल के नज़दीक स्थित श्री राम ग्लोबल स्कूल, करनाल में दो दिवसीय एनुअल एथलेटिक मीट का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने ट्रैक इवेंट्स से लेकर योगा और डांस तक अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। स्कूल के ग्राउंड में 100 मीटर, 400 मीटर रेस, शॉर्टपुट, लॉन्ग जंप और अन्य खेल प्रतियोगिताओं के साथ–साथ सांस्कृतिक और फिटनेस एक्टिविटीज भी हुईं, जिनका बच्चों और पेरेंट्स ने भरपूर आनंद लिया।
AI–सक्षम क्लासरूम और 2026–27 के लिए एडमिशन ओपन
श्री राम ग्लोबल स्कूल की प्रिंसिपल अनुराधा धवन ने बताया कि यह एथलेटिक मीट दूसरे दिन भी बच्चों की ऊर्जा और उत्साह के साथ जारी रही और इसी के साथ उन्होंने घोषणा की कि सत्र 2026–27 के लिए एडमिशन ओपन हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब स्कूल पूरी तरह AI–पावर्ड हो चुका है, क्लासरूम्स में AI बोर्ड्स लगाए गए हैं ताकि बच्चों को मॉडर्न टेक्नोलॉजी के साथ क्वालिटी एजुकेशन दी जा सके, और उन्होंने पेरेंट्स से अपील की कि वे अपने बच्चों को इस माहौल का हिस्सा बनाएं।
“स्पोर्ट्स सिर्फ मेडल नहीं, कॉन्फिडेंस और फ्यूचर की बात है”
प्रिंसिपल ने कहा कि स्पोर्ट्स सिर्फ जीत–हार का खेल नहीं, बल्कि बच्चों के कॉन्फिडेंस, अनुशासन और भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यही एक्टिविटीज उन्हें लाइफ में चुनौतियों का सामना करना सिखाती हैं। उन्होंने पेरेंट्स को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनका सहयोग और उपस्थिति बच्चों को और अधिक प्रेरित करती है और स्कूल ऐसे कार्यक्रम आगे भी जारी रखेगा।
पेरेंट्स बोले – “बेस मजबूत कर रहा है स्कूल, हम पूरी तरह संतुष्ट हैं”
कई पेरेंट्स ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि श्री राम ग्लोबल स्कूल से उनका अनुभव बेहद सकारात्मक रहा है। एक पेरेंट ने कहा कि फर्स्ट, सेकंड या थर्ड आना मायने नहीं रखता, सबसे ज़रूरी है बच्चों का पार्टिसिपेट करना और जज़्बा रखना, और स्कूल यही प्लेटफॉर्म दे रहा है, जिसके लिए वे स्कूल का “बहुत–बहुत धन्यवाद” करते हैं।
एक अन्य पेरेंट ने कहा कि जैसे पौधे को खाद, पानी और सुरक्षा की ज़रूरत होती है, उसी तरह बच्चों को संस्कार, अनुशासन और जिम्मेदार नागरिक बनने की ट्रेनिंग की ज़रूरत होती है, और यह ज़िम्मेदारी स्कूल व पेरेंट्स दोनों की है, जिसे यह स्कूल “बहुत अच्छी तरह निभा रहा है, हम completely satisfied हैं।”
“स्टडी के साथ–साथ ग्राउंड पर उतरना भी ज़रूरी”
पेरेंट्स ने इस बात पर खुशी जताई कि बच्चों को सिर्फ क्लासरूम तक सीमित नहीं रखा जा रहा, बल्कि उन्हें ग्राउंड लेवल पर खेल गतिविधियों में भी उतारा जा रहा है। कुछ पेरेंट्स ने याद दिलाया कि इससे पहले भी स्कूल ने CBSE नेशनल खो–खो और नेशनल योगासन चैंपियनशिप जैसे बड़े स्पोर्ट्स इवेंट होस्ट किए हैं, जिनमें उनके बच्चों ने भाग लेकर अच्छा अनुभव और मोटिवेशन पाया।
स्टूडेंट्स की आवाज़ – “स्पोर्ट्स मीट सिर्फ जीतने नहीं, सीखने और ग्रो करने के लिए है”
क्लास 10, 11 और अन्य कक्षाओं के कई छात्रों ने माइक्रोफोन पर अपने अनुभव साझा किए। एक छात्रा ने कहा कि स्पोर्ट्स मीट सिर्फ मेडल जीतने के लिए नहीं, बल्कि “learning, growing and giving our best” के लिए है, क्योंकि स्पोर्ट्स कॉन्फिडेंस, डेडिकेशन और यूनिटी की ताकत सिखाते हैं।
एक छात्र ने बताया कि यह उसका स्कूल में पहला दिन और पहला इवेंट है, लेकिन फिर भी उसे टीचर्स और टीम–वर्क की वजह से बहुत सपोर्ट मिला और उसे लग रहा है कि SRGS एक “great school with excellent teachers and opportunities” है।
दूसरे छात्रों ने स्पोर्ट्स मीट को “great vibe”, “a lot of energy on the ground” बताते हुए कहा कि ऐसे इवेंट्स बच्चों की mental और physical health दोनों को मजबूत करते हैं और ‘never give up’ का एटिट्यूड सिखाते हैं।
एकेडमिक्स + स्पोर्ट्स = ओवरऑल डेवलपमेंट
क्लास 11 मेडिकल की छात्रा ने कहा कि एकेडमिक्स हर स्कूल का दिल होते हैं, जो माइंड को ग्रो करने, फ्यूचर बनाने और दुनिया को समझने में मदद करते हैं, लेकिन पढ़ाई सिर्फ मार्क्स के लिए नहीं, बल्कि critical thinking, creativity और problem solving जैसी स्किल्स के लिए भी होती है। छात्रों ने बताया कि स्पोर्ट्स मीट और क्लासरूम लर्निंग मिलकर उन्हें ओवरऑल डेवलपमेंट का अनुभव दे रहे हैं और वे खुद को “blessed to be in SRGS” महसूस कर रहे हैं।
टीचर्स और योगा कोच की भूमिका
स्कूल की टीचर्स और योगा इंस्ट्रक्टर्स ने बताया कि वे बच्चों के holistic development के लिए काम करते हैं – चाहे बात एकेडमिक्स की हो या स्पोर्ट्स की – हर जगह वे 100% एफर्ट डालते हैं। योगा टीचर ने याद दिलाया कि हाल ही में श्री राम ग्लोबल स्कूल ने पहली बार हरियाणा में CBSE National Yoga Competition होस्ट किया, जिसमें देशभर और विदेश (ग़ल्फ देशों) से भी स्टूडेंट्स पहुंचे थे और स्कूल के बच्चों ने नेशनल लेवल पर अपना टैलेंट दिखाया।
उन्होंने अपने छात्रों को संदेश दिया कि “do your best, give your best today” क्योंकि इसी से आगे का रास्ता बनता है।
“ऐसा इवेंट पहली बार इतना एंजॉय किया” – पेरेंट्स
एक पेरेंट ने कहा कि उन्होंने अपनी लाइफ में इतने अच्छे तरीके से मैनेज और एनर्जेटिक स्पोर्ट्स इवेंट को पहली बार इतने नज़दीक से एंजॉय किया, और उन्हें लगा कि बच्चों के साथ–साथ बड़े भी इस माहौल से पॉज़िटिव एनर्जी पा रहे हैं।
उन्होंने न्यूज़ रिपोर्टर से भी अपील की कि वे इस “सच्चाई” को चैनल के माध्यम से ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचाएं, ताकि और पेरेंट्स अपने बच्चों को ऐसे प्लेटफॉर्म से जोड़ सकें, जहां प्रतिभा को पहचानकर उसे सही दिशा दी जाती है।
श्री राम ग्लोबल स्कूल, करनाल की यह एनुअल एथलेटिक मीट यह साबित करती है कि जब एक स्कूल पढ़ाई, स्पोर्ट्स, टेक्नोलॉजी (AI क्लासरूम) और वैल्यू–बेस्ड एजुकेशन को साथ लेकर चलता है, तो बच्चों के लिए यह सिर्फ “स्कूल” नहीं, बल्कि उनके भविष्य को गढ़ने वाला पूरा इकोसिस्टम बन जाता है।