करनाल/तरावड़ी: तरावड़ी थाना क्षेत्र के सोकड़ा गांव में 31 वर्षीय विवाहित महिला रूमा ने कथित तौर पर जहर खाकर संदिग्ध परिस्थितियों में अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। तीन छोटे बच्चों की मां रही रूमा की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है और मामले को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं।
2018 से संबंध, पति की मौत के बाद भी जारी रहा रिश्ता
परिवार के एक सदस्य (देवर) ने बताया कि रूमा के पति की 2021 में मृत्यु हो चुकी थी। इसके बाद भी वह लगभग 2018 से नडाना गांव के रहने वाले सोनू नामक व्यक्ति के साथ रिलेशनशिप में थी, जो सेलर में काम करता है और वहीं दोनों की पहचान और नज़दीकियां बनी थीं। परिवार का कहना है कि कई बार समझाने और पंचायत तक बात ले जाने के बावजूद वह इस संबंध से पीछे नहीं हटी।
जहर खाने के बाद तरावड़ी से अमृतधारा तक, फिर नहीं बच सकी जान
परिजनों के अनुसार, कल दोपहर लगभग 1 बजे के आसपास उन्हें पता चला कि रूमा ने ज़हरीला पदार्थ खा लिया है। आरोप है कि सोनू उसे पहले तरावड़ी के सरकारी अस्पताल लेकर गया, जहां से उसे करनाल के निजी अमृतधारा अस्पताल रेफर कर दिया गया। अमृतधारा में इलाज के दौरान उसकी हालत गंभीर हो गई और कुछ समय बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि रात को सूचना मिली कि रूमा ज़हर खाने के बाद अस्पताल में भर्ती है, बाद में उसकी मौत की खबर आई। सुबह करीब साढ़े तीन बजे के आसपास पोस्टमार्टम के लिए शव को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज स्थित पोस्टमार्टम हाउस लाया गया, जहां मेडिकल कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
“तीन दिन से फोन नहीं उठा रहा था” – सोनू पर परिवार के आरोप
रूमा के परिजनों ने आरोप लगाया कि सोनू पिछले तीन दिन से उसका फोन नहीं उठा रहा था, जिसको लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ बताया जा रहा है। परिवार का कहना है कि उन्हें कल ही इस पूरे विवाद की जानकारी मिली कि दोनों के बीच झगड़े के बाद रूमा ने जहर खाया। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि तनाव की असली वजह क्या थी – मानसिक दबाव, झगड़ा या कोई और कारण।
तीन मासूम बच्चे पीछे छोड़ गई रूमा
रूमा की उम्र 31 साल बताई जा रही है और उसके तीन बच्चे हैं – एक बेटी और दो बेटे। परिवार के सदस्य भावुक होकर कहते हैं कि समझ नहीं आता कि तीन–तीन बच्चों को छोड़कर उसने इतना बड़ा कदम क्यों उठा लिया। बच्चों की जिम्मेदारी अब परिवार के अन्य सदस्यों पर आ गई है और पूरा घर मातम में डूबा हुआ है।
पुलिस की ओर से क्या कार्रवाई?
तरावड़ी थाना पुलिस का कहना है कि फिलहाल परिवार की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है। सब–इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी ने मौके पर बताया कि जैसे ही परिजन औपचारिक शिकायत देंगे, उसके आधार पर धारा अनुसार केस दर्ज कर जांच शुरू की जाएगी। अभी तक केवल इस बात की पुष्टि हुई है कि मामला ज़हरीला पदार्थ खाने से मौत का है, आगे की कानूनी कार्रवाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों की शिकायत पर निर्भर करेगी।
सवाल बरकरार – क्यों उठाया इतना बड़ा कदम?
गांव के लोग और रिश्तेदार भी हैरान हैं कि तीन बच्चों की मां ने ऐसा कदम क्यों उठाया। परिजन जहां सोनू के साथ संबंध और हाल के दिनों के विवाद को कारण मान रहे हैं, वहीं पुलिस फिलहाल निष्पक्ष जांच की बात कह रही है और किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले तथ्य जुटाने की बात कर रही है।
रूमा की मौत ने न सिर्फ उसके परिवार, बल्कि पूरे सोकड़ा गांव को झकझोर कर रख दिया है और एक बार फिर सवाल उठा दिया है कि रिश्तों के तनाव, मानसिक दबाव और अकेलेपन जैसी स्थितियों में समय रहते संवाद और काउंसलिंग कितनी ज़रूरी है।