हरियाणा कर्मचारी महासंघ के जिला प्रधान प्रेम सिंह राणा व महासचिव राकेश गौतम और प्रदेश के वरिष्ठ उपप्रधान विश्वनाथ शर्मा, ब्लाक के सचिव शिव कुमार शर्मा व जिला के वरिष्ठ उपप्रधान व प्रैस प्रवक्ता कर्मचन्द अग्रवाल ने एक संयुक्त ब्यान में कहा कि हरियाणा कर्मचारी महासंघ की 20 फरवरी को प्रदेशव्यापी हड़ताल में जिलेभर से हजारों की संख्या में कर्मचारी वर्ग बढ़चढ़ कर भाग लेंगे।
कर्मचारी नेताओं ने एक संयुक्त बयान में कहा कि हरियाणा कर्मचारी महासंघ पिछले काफी लम्बे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत है। विगत 18 सितम्बर 2017 को यूनियन के शीर्ष नेतृत्व की मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आपकी ज्वलंत मांगों बारो में बैठक हुई जिसमें अनेक प्रकार की मांगों पर सहमति बनी जिनको मुख्यमंत्री द्वारा 1 नवम्बर 2017 को लागू करने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन इन्हें धरातल पर लागू नहीं किया गया। अत: आप सभी कर्मचारियों से अपील करते हुए आह्वान करते हैं कि सरकार की हठधर्मिता का मुंहतोड़ जवाब देने व अपनी मांगों को लागू करवाने के लिए उपरोक्त हड़ताल में बढ़चढक़र भाग लें।
कर्मचारियों की मांगे निम्न हैं : 1. सभी कच्चे कर्मचारियों को बिना शर्त पक्का किया जाए तथा हटाये गये सभी कर्मचारियों को वापिस सेवा में लिया जाए। 2. केंद्र सरकार द्वारा जो भत्ते दिए गए हैं वो ज्यों के त्यों राज्य कर्मचारियों को भी जनवरी 2016 से ही दिए जाएं। 3. मैडिकल कैशलैस की सुविधा बिना शर्त दी जाएं। 4. जोखिम भरे कार्य करने वाले कर्मचारियों को जोखिम भत्ता दिया जाए। 5. जिन बोर्डों निगमों को सातवें वेतन आयोग का लाभ नहीं मिला उन्हें जनवरी 2016 से ही समान रूप से लाभ दिया जाए। 6. जी. माधवन आयोग द्वारा बोर्ड व निगमों के अधीन जिन कर्मचारियों की वेतन विसंगतियां नहीं सुनी गई थी उन्हें शीघ्र सुनवाई करते हुए छठे वेतन आयोग की विसंगतियां भी शीघ्र दूर की जाएं। 7. कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतनमान दिया जाए। 8. निजीकरण ठेका प्रथा पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जाए। 9. समान काम समान वेतन लागू किया जाए।
उन्होंने दावा किया कि जिला स्तर पर हजारों की संख्या में कर्मचारी वर्ग हड़ताल को सफल बनाकर सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों का मुंहतोड़ जवाब देंगे।